- 26/10/2024
24 घंटे तक जलने वाला दीया; आदिवासी कुम्हार का अनोखा करिश्मा, देश विदेश में दीए कि हो रही डिमांड


छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित इलाके कोंडागांव के कुम्हार अशोक चक्रधारी ने एक अनोखा मिट्टी का दीपक बनाया है, जो तेल को खुद से एक्टिवेट करता है और 24 से 40 घंटे तक जल सकता है। यह दीया मिट्टी से बना है और अपने आप तेल खींचता है।
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव के रहने वाले 62 वर्षीय कुम्हार अशोक चक्रधारी की अपनी कोई दुकान नहीं है, इसलिए आस-पास के गांवों में रहने वाले लोग उनके घर आकर उनकी बनाई कलाकृतियां खरीदते हैं। अशोक कहते हैं, “हम पीढ़ियों से मिट्टी शिल्पकला करते आ रहे हैं, यह मेरा पुश्तैनी काम है, जो मैंने अपने पिता से सीखा था। बचपन से यही मेरी कला है और यही हमारा रोजगार भी है। मेरी तीन बच्चियां हैं, वे पढ़ने जाती हैं और मेरा हाथ भी बंटाती हैं। उनमें भी कहीं न कहीं यह कला है।
अशोक को अपने अनोखे और बेजोड़ मिट्टी के काम के लिए टेक्सटाइल मंत्रालय से राष्ट्रीय मेरिट प्रमाण पत्र भी मिला है।अशोक ने अपने गांव में ‘झींटको-मिट्टी’ नाम से एक आर्ट सेंटर बनाया है, जहां वो अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। उनके बनाये हुए दीयों की देश-विदेश में काफी तारीफ हो रही है। लोग इन्हें ‘जादुई दीया’ बता रहे हैं।
अशोक के दीयों की मांग इतनी है कि वो सबके ऑर्डर पूरे नहीं कर पा रहे हैं।अशोक बताते हैं कि उन्हें इस बात की तो खुशी है कि लोग उनकी इस कला को खूब पसंद कर रहे हैं, लेकिन सभी की डिमांड पूरी ना करने का दुख भी है। उनका कहना है कि ये दीये सिर्फ कलाकृति नहीं हैं, बल्कि उनके काम में एक गहरी सोच और भावना भी है। अशोक अपनी इस कला से लोगों के जीवन में रौशनी फैलाना चाहते हैं।