• 09/04/2025

आधार कार्ड की जरूरत खत्म, नहीं देनी होगी फोटो कॉपी, इस ऐप न ली जगह, जानें कैसे काम करेगा नया QR कोड सिस्टम

आधार कार्ड की जरूरत खत्म, नहीं देनी होगी फोटो कॉपी, इस ऐप न ली जगह, जानें कैसे काम करेगा नया QR कोड सिस्टम

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भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने एक नया आधार ऐप लॉन्च किया है, जो आधार कार्ड को जेब में रखने या उसकी फोटोकॉपी जमा करने की जरूरत को खत्म कर देगा। यह ऐप 9 अप्रैल, 2025 को टेस्टिंग फेज में लॉन्च किया गया है और जल्द ही इसे सभी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। नए सिस्टम में QR कोड और फेस ID के जरिए डिजिटल वेरिफिकेशन की सुविधा दी गई है, जिससे आधार सत्यापन तेज, सुरक्षित और आसान हो जाएगा।

अब नहीं ले जाना पड़ेगा आधार कार्ड

नए आधार ऐप के जरिए अब आपको न तो फिजिकल आधार कार्ड साथ रखने की जरूरत होगी और न ही उसकी फोटोकॉपी जमा करनी पड़ेगी। चाहे होटल में चेक-इन करना हो, एयरपोर्ट पर टिकट की जांच करानी हो, या किसी सरकारी योजना का लाभ लेना हो, बस अपने फोन में ऐप खोलकर QR कोड स्कैन करना होगा। यह QR कोड आपकी पहचान को तुरंत सत्यापित कर देगा, और आपकी जानकारी संबंधित विभाग तक सुरक्षित रूप से पहुंच जाएगी।

कैसे काम करेगा नया सिस्टम?

इस ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से डिजिटल और सुरक्षित है। यूजर को अपनी जानकारी पर पूरा नियंत्रण मिलेगा। आप यह तय कर सकते हैं कि कितनी जानकारी साझा करनी है। उदाहरण के लिए, अगर आपको सिर्फ नाम और आधार नंबर साझा करना है, तो बाकी डिटेल्स जैसे पता या फोटो शेयर नहीं होंगे। ऐप में फेस ID वेरिफिकेशन की सुविधा भी है, जो सत्यापन को और सुरक्षित बनाता है।

  • QR कोड स्कैन: ऐप में एक यूनिक QR कोड जेनरेट होगा, जिसे स्कैन करके आपकी पहचान सत्यापित हो जाएगी।
  • फेस ID: चेहरे की पहचान के जरिए भी वेरिफिकेशन किया जा सकेगा, जिससे जालसाजी की आशंका खत्म हो जाएगी।
  • सहमति आधारित डेटा शेयरिंग: आपकी अनुमति के बिना कोई भी डेटा साझा नहीं होगा, जिससे प्राइवेसी बनी रहेगी।

प्राइवेसी और सुरक्षा का रखा गया ख्याल

केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस ऐप को लॉन्च करते हुए कहा, “यह ऐप आधार सत्यापन को UPI भुगतान जितना आसान बना देगा। अब यूजर अपनी प्राइवेसी को सुनिश्चित करते हुए डिजिटल रूप से अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं।” ऐप को मजबूत प्राइवेसी सुरक्षा उपायों के साथ डिजाइन किया गया है, ताकि डेटा में छेड़छाड़ या दुरुपयोग न हो सके। यह सिस्टम डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) से जुड़ा है और भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को भी इसमें शामिल करने की योजना है।

आम लोगों को क्या फायदा?

  • सुविधा: अब आधार कार्ड या उसकी कॉपी साथ रखने की जरूरत नहीं। बस फोन में ऐप रखें और QR स्कैन करें।
  • सुरक्षा: डेटा लीक या जालसाजी का खतरा कम होगा, क्योंकि जानकारी डिजिटल और एन्क्रिप्टेड होगी।
  • समय की बचत: लंबी प्रक्रियाओं से छुटकारा मिलेगा, क्योंकि सत्यापन तुरंत हो जाएगा।
  • नियंत्रण: आप तय करेंगे कि कितनी जानकारी साझा करनी है, जिससे आपकी निजता बरकरार रहेगी।

अभी बीटा टेस्टिंग में है ऐप

फिलहाल यह ऐप बीटा टेस्टिंग फेज में है और इसे ‘आधार संवाद’ कार्यक्रम में शामिल यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया गया है। UIDAI टेस्टिंग के बाद यूजर्स की प्रतिक्रिया के आधार पर इसे आम जनता के लिए लॉन्च करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि आधार कार्ड से जुड़ी प्राइवेसी की चिंताओं को भी दूर करेगा।

भविष्य की संभावनाएं

यह नया सिस्टम आधार को और अधिक यूजर-फ्रेंडली और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। सरकार की योजना इसे अन्य डिजिटल सेवाओं के साथ एकीकृत करने की भी है, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ लेना और आसान हो जाए। अगर यह सिस्टम सफल होता है, तो भविष्य में अन्य पहचान पत्रों के लिए भी इसी तरह की तकनीक लागू की जा सकती है।

आधार कार्ड अब तक भारत में पहचान का एक अहम दस्तावेज रहा है, और इस नए सिस्टम के साथ यह और भी सशक्त और सुविधाजनक बनने जा रहा है। लोगों को अब बस अपने फोन में यह ऐप रखना होगा, और उनकी पहचान एक स्कैन में सत्यापित हो जाएगी।