- 17/08/2025
PM मोदी बैठेंगे नए दफ्तर में, 78 साल बाद बदलने जा रहा है PMO का पता, CSS अधिकारियों ने जताई नाराजगी

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। 78 वर्षों से साउथ ब्लॉक में स्थित पीएमओ अब अगले महीने एग्जीक्यूटिव एनक्लेव में शिफ्ट किया जाएगा। यह बदलाव सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है, जो केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है।
नए एग्जीक्यूटिव एनक्लेव में क्या होगा खास?
सूत्रों के अनुसार, नए एग्जीक्यूटिव एनक्लेव में पीएमओ के साथ-साथ कैबिनेट सचिवालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और अत्याधुनिक कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं भी होंगी। यह स्थान आधुनिक तकनीक और बेहतर वेंटिलेशन से लैस होगा, जो पुराने साउथ ब्लॉक की तुलना में अधिक कार्यक्षम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कर्तव्य भवन-3 का उद्घाटन करते हुए कहा था कि ब्रिटिश कालीन इमारतों में न तो पर्याप्त जगह है और न ही रोशनी और वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में पीएमओ का नाम बदलकर सेवा को दर्शाने वाला कोई नया नाम रखा जा सकता है।
CSS अधिकारियों की नाराजगी
हालांकि इस बदलाव से Central Secretariat Service (CSS) के अधिकारी खुश नहीं हैं। CSS फोरम के महासचिव यतेंद्र चंदेल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। पत्र में कहा गया है कि कर्तव्य भवन-3 में ऑफिस लेआउट ऐसा है कि कर्मचारियों की गोपनीयता और कार्य कुशलता पर असर पड़ रहा है।
- CSS अधिकारियों को कार्य के लिए जो स्पेस दिया गया है, वह नियमों के खिलाफ बताया गया है।
- पत्र में यह भी कहा गया कि ऑफिसर्स को जितनी जगह चाहिए, उससे कम दी जा रही है।
- गोपनीयता और प्राइवेसी बनाए रखने में कठिनाई हो रही है, जिससे संवेदनशील कार्यों पर असर पड़ सकता है।
लंबे समय से चल रहा था प्रोजेक्ट
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर कई वर्षों से काम चल रहा था। पुरानी इमारतें आधुनिक जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रही थीं, और जगह की कमी एक बड़ी समस्या बन चुकी थी। इसी वजह से पीएमओ को नए स्थान पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया।