• 14/09/2025

शर्मनाक: नगर पालिका ने नहीं दिया शव वाहन, तो परिजन कूड़ा गाड़ी में ले गए डेड बॉडी

शर्मनाक: नगर पालिका ने नहीं दिया शव वाहन, तो परिजन कूड़ा गाड़ी में ले गए डेड बॉडी

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में हाल ही में बाइक से शव ले जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब भरवारी नगर पालिका परिषद में एक और शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां कूड़ा ढोने वाली गाड़ी में एक महिला का शव श्मशान घाट ले जाने की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। इस घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वायरल वीडियो के बाद एडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

यह मामला भरवारी नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर-7 का है। नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारी शुभम मिश्रा की माता का आकस्मिक निधन हो गया। निधन के बाद परिजनों ने शव वाहन की मांग की, लेकिन उन्हें बताया गया कि दोनों शव वाहन कहीं बाहर गए हुए हैं। ऐसे में नगर पालिका ने शव को घर से श्मशान ले जाने के लिए कूड़ा ढोने वाली गाड़ी ही भेज दी। परिजनों ने मजबूरी में शव को उसी गाड़ी में रखकर संदीपन घाट स्थित श्मशान घाट तक पहुंचाया।

शव को कूड़ा गाड़ी में ले जाते समय किसी ने फोटो और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो तेजी से वायरल हो गया। वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने नगर पालिका प्रशासन की कड़ी आलोचना की और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दर्ज कीं। कई यूजर्स ने इसे अमानवीय और अपमानजनक बताया।

हिंदू रक्षा समिति ने की निंदा

इस घटना पर हिंदू रक्षा समिति के जिला संयोजक वेद प्रकाश पांडे ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “यह बहुत ही गलत और अमानवीय कार्य है। नगर पालिका भरवारी के ईओ और अन्य अधिकारी पूरी तरह भ्रष्ट हो चुके हैं। एक महिला के शव को कूड़ा गाड़ी से श्मशान भेजना बेहद शर्मनाक है। इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।” पांडे ने मांग की है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल एक्शन लिया जाए।

ईओ का सफाई, कहा- कर्मचारी का व्यक्तिगत निर्णय

मामले पर नगर पालिका के ईओ राम सिंह ने सफाई दी। उन्होंने बताया, “हमारे पास दो शव वाहन हैं। कूड़ा गाड़ी भेजने की कोई जानकारी हमें नहीं है। शुभम मिश्रा हमारे यहां कर्मचारी है, लेकिन शव को कूड़ा गाड़ी से ले जाना उसका खुद का निर्णय था। इसमें नगर पालिका प्रशासन, जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई लापरवाही नहीं हुई है।” ईओ ने कहा कि जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।

एडीएम ने दिए जांच के निर्देश

वायरल फोटो-वीडियो की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। एडीएम वित्त एवं राजस्व शालिनी प्रभाकर ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा, “यह पूरी तरह गलत है। मैं ईओ से बात करूंगी और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।” उन्होंने जांच टीम गठित करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। एडीएम ने पीड़ित परिवार को भी उचित सहायता का आश्वासन दिया।