- 14/09/2025
थाने में बच्चों सहित परिवार ने की आत्मदाह की कोशिश, दबंगो ने हुक्का-पानी किया बंद, सामाजिक बहिष्कार के साथ रोजी-रोटी भी छीनी, आयोग से लेकर पुलिस तक गुहार; नहीं मिला न्याय तो..

छत्तीसगढ़ में दबंगों ने एक परिवार को मौत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया। परिवार को न सिर्फ सामाजिक बहिष्कार का दंश झेलना पड़ा बल्कि उनकी रोजी-रोटी तक छीन ली गई। जब पीड़ित परिवार को कहीं से न्याय नहीं मिला तो उसने छोटे बच्चों के साथ पुलिस थाना में आत्मदाह का प्रयास किया।
मामला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के पांगरी गांव का है। यहां दबंगों के उत्पीड़न से तंग एक परिवार ने शनिवार शाम को अंबागढ़ चौकी थाने पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। परिवार की तीन महिलाओं और दो मासूम बच्चों ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों की तत्परता से उनकी जान बच गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दबंगों से परेशान निर्मला बाई साहू, केसरिया साहू, तानेश्वरी साहू, दो छोटे बच्चे प्राची साहू और हुमांशी साहू के साथ अंबागढ़ थाना पहुंची। यहां उन्होंने बच्चों सहित खुद पर पेट्रोल डाल दिया लेकिन पुलिस कर्मियों की सजगता से बड़ा हादसा होने से टल गया।
शिकायत के बाद भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
परिवार के सदस्यों ने बताया कि गांव के दबंगों ने उनकी निजी जमीन पर बनी दुकान को जबरन बंद करवा दिया और पूरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर हुक्का-पानी तक बंद कर दिया। शिकायतों के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे हताश होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
आयोग तक गुहार लेकिन नहीं मिला न्याय
परिवार का आरोप है कि दबंगों ने उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया और सामाजिक बहिष्कार के जरिए उन्हें गांव से अलग-थलग कर दिया। उन्होंने आयोग से लेकर पुलिस प्रशासन तक कई गुहार लगाई, लेकिन न्याय न मिलने पर थाने के सामने ही आत्मदाह का प्रयास किया। शाम करीब 5 बजे यह घटना घटी, जब परिवार थाने पहुंचा।
एसपी ने दिए सख्त निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) वाई.पी. सिंह ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने एसडीओपी दीवान को अंबागढ़ चौकी थाना रवाना करते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। एसपी ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।





