• 25/03/2025

32 लाख मुसलमानों को ईद पर BJP देगी ‘सौगात-ए-मोदी’, अभियान की यहां से होगी शुरुआत 

32 लाख मुसलमानों को ईद पर BJP देगी ‘सौगात-ए-मोदी’, अभियान की यहां से होगी शुरुआत 

ईद-उल-फितर के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने देशभर के 32 लाख गरीब मुस्लिम परिवारों को विशेष तोहफा देने का ऐलान किया है। इस पहल के तहत बीजेपी का अल्पसंख्यक मोर्चा ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान शुरू करने जा रहा है, जिसके जरिए जरूरतमंद मुसलमानों तक ईद की खुशियां पहुंचाई जाएंगी। इस अभियान की शुरुआत आज मंगलवार को नई दिल्ली से हुई, जहां निजामुद्दीन इलाके से किट वितरण का शुभारंभ किया गया।
बीजेपी के इस अभियान के तहत 32 लाख गरीब मुस्लिम परिवारों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट दी जाएगी, जिसमें ईद के त्योहार के लिए जरूरी सामान शामिल होगा। इस किट में खाने-पीने की चीजें जैसे सेंवई, खजूर, ड्राई फ्रूट्स, चीनी और घी के साथ-साथ कपड़े भी होंगे। महिलाओं के लिए किट में सूट का कपड़ा और पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा उपलब्ध कराया जाएगा। एक किट की अनुमानित कीमत 500 से 600 रुपये बताई जा रही है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस अभियान को सफल बनाने के लिए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के 32 हजार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये कार्यकर्ता देशभर की 32 हजार मस्जिदों के साथ संपर्क करेंगे और जरूरतमंद परिवारों तक यह किट पहुंचाएंगे। बीजेपी का कहना है कि इस पहल का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गरीब मुस्लिम परिवार भी ईद का त्योहार धूमधाम से मना सकें।
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने इस अभियान के बारे में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संकल्प को साकार कर रहे हैं। यह अभियान ईद के साथ-साथ अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के त्योहारों जैसे गुड फ्राइडे और नवरोज को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है, ताकि गरीब और जरूरतमंद लोग भी अपने पर्व की खुशियां मना सकें।”
इसके साथ ही, बीजेपी जिला स्तर पर ईद मिलन समारोह आयोजित करने की भी योजना बना रही है, जिससे समुदाय के बीच आपसी सौहार्द और भाईचारा बढ़ाया जा सके। बिहार बीजेपी के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा, “यह किट गरीब मुसलमानों के लिए ईद का तोहफा है। हमारा लक्ष्य है कि चांद रात से पहले यह सौगात 32 लाख लोगों तक पहुंच जाए।”
हालांकि, इस अभियान को लेकर कुछ लोग इसे बीजेपी की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। उनका कहना है कि यह कदम मुस्लिम समुदाय के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाने और आगामी चुनावों के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश हो सकता है। वहीं, बीजेपी इसे सामाजिक समावेश और गरीबी उन्मूलन की दिशा में एक बड़ा कदम बता रही है।
यह पहल निश्चित रूप से चर्चा का विषय बनी हुई है और आने वाले दिनों में इसके प्रभाव को लेकर सियासी गलियारों में बहस छिड़ सकती है।