• 19/09/2025

Big Breaking: CGPSC भर्ती घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई, रिटायर्ड IAS बाप-बेटे और पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत 5 गिरफ्तार

Big Breaking: CGPSC भर्ती घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई, रिटायर्ड IAS बाप-बेटे और पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत 5 गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती परीक्षा घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को रिटायर्ड IAS जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे सुमीत ध्रुव और पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद इन आरोपियों को शुक्रवार को विशेष अदालत में पेश कर दिया है, जहां आगे की तहकीकात के लिए कोर्ट से आरोपियों की रिमांड की मांग की जाएगी।

मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित सुमित ध्रुव समेत तीन अन्य शामिल हैं। सुमित को सीजीपीएससी के पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव का पुत्र है। सीबीआई ने इन सभी से लंबी पूछताछ की, जो 2020-2022 की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़ी है। इससे पहले दिसंबर 2024 में भी आरती वासनिक से सीबीआई ने पूछताछ की थी।

यह मामला जुलाई 2024 में सीबीआई को सौंपा गया था, जब छत्तीसगढ़ सरकार ने रायपुर और बालोद जिले में दर्ज दो एफआईआर की जांच केंद्रीय एजेंसी को हस्तांतरित की। इन मामलों में डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ सरकारी पदों के चयन में पक्षपात के आरोप लगे थे। अब तक आधा दर्जन से अधिक आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, उनके भतीजे नितेश सोनवानी और साहिल सोनवानी, पूर्व उप नियंत्रक परीक्षा ललित गणवीर, श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल, उनके बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार शामिल हैं।

चयनित उम्मीदवारों पर सवाल:

जांच के अनुसार, शशांक गोयल, उनकी पत्नी भूमिका कटियार और नितेश सोनवानी को डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित किया गया था, जबकि साहिल सोनवानी को डीएसपी बनाया गया। सीबीआई का आरोप है कि टामन सिंह सोनवानी ने 45 लाख रुपये की रिश्वत लेकर इन चयनों को सुनिश्चित किया। इसके अलावा, पूर्व सीजीपीएससी सचिव जीवकिशोर ध्रुव के पुत्र सुमित ध्रुव को भी डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित किया गया, जो अब जांच के दायरे में है।

सीबीआई की चार्जशीट में दावा किया गया है कि सोनवानी ने 2021 परीक्षा के प्रश्नपत्र अपने भतीजों के साथ साझा किए थे। परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक ने कथित रूप से प्रश्नपत्र सेट करने और मॉडरेशन में भूमिका निभाई। कुल 171 चयनित उम्मीदवारों में से 17 पर विशेष नजर है।