- 13/09/2025
पूर्व PM पर FIR, नेपाल की सत्ता संभालते ही एक्शन में आई प्रधानमंत्री सुशीला कार्की

नेपाल की सत्ता संभालते ही पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। सत्ता संभाले हुए अभी 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ 8 सितंबर को हुई पुलिस दमन की घटना पर एफआईआर दर्ज कराई है। ओली पर जघन्य अपराध के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई है। यह कदम जनरेशन जेड (Gen Z) के युवाओं के आक्रोश को देखते हुए उठाया गया है, जिनकी हिंसक विरोध प्रदर्शनों ने ओली को 9 सितंबर को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया था।
कार्की ने शनिवार को पूरे दिन Gen Z प्रतिनिधियों, विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया। इन चर्चाओं का मुख्य उद्देश्य आगामी कैबिनेट विस्तार के लिए समर्थन जुटाना था। निकट सूत्रों के अनुसार, रविवार (14 सितंबर) को मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय, जातीय और सामाजिक प्रतिनिधियों को शामिल करने पर जोर दिया जाएगा। इससे अंतरिम सरकार की स्थिरता और जनसमर्थन बढ़ाने की उम्मीद है।
ओली का इस्तीफा: Gen Z प्रदर्शनों का परिणाम
केपी शर्मा ओली ने जुलाई 2024 में चौथी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, लेकिन एक साल और दो महीने बाद ही उन्हें गद्दी छोड़नी पड़ी। 8 सितंबर को सोशल मीडिया बैन के खिलाफ शुरू हुए Gen Z नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों में पुलिस की दमनकारी कार्रवाई से 19 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जो नेपाल के इतिहास की सबसे हिंसक घटनाओं में से एक थी। प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार, नेपोटिज्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध के खिलाफ आवाज उठाई, जिससे काठमांडू में संसद भवन और सरकारी इमारतों में आग लग गई।
9 सितंबर को ओली ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद मौतों की संख्या 51 से अधिक हो गई और 1,300 से ज्यादा लोग घायल हुए। ओली ने राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को पत्र लिखकर कहा कि देश की असाधारण स्थिति को देखते हुए वे इस्तीफा दे रहे हैं, ताकि संवैधानिक समाधान ढूंढा जा सके। प्रदर्शनकारियों ने ओली के घर और संसद पर हमला किया, और सेना को सड़कों पर उतारना पड़ा।
कौन हैं सुशीला कार्की?
12 सितंबर 2025 को नेपाल के लिए ऐतिहासिक दिन रहा, जब सुशीला कार्की ने नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। 73 वर्षीय कार्की, जो नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश भी रह चुकी हैं, भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती हैं। Gen Z प्रदर्शनकारियों ने डिस्कॉर्ड प्लेटफॉर्म पर पोल कराकर उन्हें चुना, जिसमें उन्होंने 50% वोट हासिल किए। राष्ट्रपति पौडेल ने संविधान के अनुच्छेद 61 के तहत संसद भंग कर दी, और नई चुनाव 5 मार्च 2026 को निर्धारित किए गए हैं।
कार्की ने शपथ ग्रहण समारोह में कहा कि उनका उद्देश्य शांति बहाल करना और भ्रष्टाचार मुक्त नेपाल बनाना है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कार्की को बधाई दी और कहा कि भारत नेपाल की शांति व स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिका, चीन और भारत के राजदूत भी समारोह में मौजूद थे।
कैबिनेट विस्तार की संभावना
अंतरिम सरकार के पहले कैबिनेट बैठक में संसद भंग करने का फैसला लिया गया। अब रविवार को कार्की औपचारिक रूप से कार्यभार संभालेंगी और कैबिनेट का विस्तार कर सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक, ऊर्जा मंत्री के रूप में कुलमान घिसिंग और अन्य प्रमुख पदों पर नियुक्तियां हो सकती हैं। इसमें मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल न होने की संभावना है, ताकि युवाओं का भरोसा बना रहे।





