• 17/08/2024

दिलचस्प हुआ दक्षिण का दंगल, तारीख आने से पहले बयानबाजी तेज… क्या बृजमोहन की पसंद का रखा जाएगा ख्याल?

दिलचस्प हुआ दक्षिण का दंगल, तारीख आने से पहले बयानबाजी तेज… क्या बृजमोहन की पसंद का रखा जाएगा ख्याल?

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रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। मगर इस हाई प्रोफाइल सीट पर प्रत्याशी कौन होगा इस पर सबकी निगाहेँ टिकी है।वैसे रायपुर दक्षिण सीट भाजपा का गढ़ रही है।लेकिन अब बृजमोहन अग्रवाल के मैदान में न होने पर इस सीट पर कांटे की टक्कर हो सकती है।

रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है।इस सीट से बृजमोहन अग्रवाल 8 बार के विधायक रहे हैं।उन्होंने हर बार इस सीट से बड़े मार्जिन से जीत हासिल की है।ऐसे में उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन में बृजमोहन की पसंद का ध्यान रखा जा सकता है।

‘बीजेपी में इच्छाएं नहीं होती’ 

हालांकि इस मामले में बीजेपी का कहना है कि बीजेपी में किसी व्यक्ति की इच्छाएं नहीं होती। बृजमोहन अग्रवाल वरिष्ठ नेता हैं। 8 बार के विधायक हैं। उन्होंने कभी अपनी इच्छा प्रकट नहीं की। उनका मार्गदर्शन तो लिया ही जाएगा। हम संगठन के हिसाब से चलते हैं।हम उपचुनाव को हम बड़े अंतर से जीतेंगे।

‘बीजेपी वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर रही’ 

इधर, रायपुर दक्षिण उपचुनाव को जीतने कांग्रेस पूरी ताकत झोंकेगी। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है। जहां तक बृजमोहन अग्रवाल की पसंद का सवाल है, मुझे नहीं लगता कि भाजपा बृजमोहन अग्रवाल की पसंद का ध्यान रखेगी। क्योंकि भाजपा लगातार वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर रही है। बृजमोहन अग्रवाल को भी दरकिनार किया जा रहा है।

उपचुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त 

बृजमोहन अग्रवाल के चुनावी मैदान में नहीं होने से दोनों ही मुख्य पार्टी उपचुनाव को गंभीरता से लेरही है। बीजेपी ने पहले ही उपचुनाव के लिए दो प्रभारी नियुक्त कर दिए है। वही अब दोनों ही पार्टी प्रत्याशी चयन के लिए कवायद तेज करेंगी। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी बिना बृजमोहन के इस सीट पर जीत का सिलसिला बरकरार रख पाएगी या कांग्रेस सालों बाद इस सीट पर परचम लहराएगी।