• 09/07/2025

ट्रंप पर हो सकता है ड्रोन अटैक, ईरान के सुप्रीम लीडर के सलाहकार की अमेरिकी राष्ट्रपति को खुली धमकी

ट्रंप पर हो सकता है ड्रोन अटैक, ईरान के सुप्रीम लीडर के सलाहकार की अमेरिकी राष्ट्रपति को खुली धमकी

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के वरिष्ठ सलाहकार मोहम्मद-जवाद लारीजानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जान से मारने की खुली धमकी दी है। ईरानी टेलीविजन पर प्रसारित एक साक्षात्कार में लारीजानी ने कहा, “ट्रंप ने ऐसा कुछ किया है कि वह अब मार-ए-लागो में आराम से धूप नहीं सेंक सकते। जब वह पेट के बल धूप में लेटे हों, तब एक छोटा ड्रोन उनकी नाभि में हमला कर सकता है। यह बहुत आसान है।” यह बयान लंदन स्थित ईरान इंटरनेशनल ने रिपोर्ट किया।

लारीजानी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब ‘ब्लड पैक्ट’ (फारसी में ‘अहदे खौन’) नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने सुप्रीम लीडर खामेनेई का अपमान करने या उनकी जान को खतरे में डालने वालों के खिलाफ ‘बदला’ लेने के लिए फंड जुटाना शुरू किया है। वेबसाइट का दावा है कि 7 जुलाई की शाम तक उसने 20 मिलियन डॉलर और अगली सुबह तक 27 मिलियन डॉलर से अधिक जमा कर लिए हैं, और उसका लक्ष्य 100 मिलियन डॉलर तक पहुंचना है। वेबसाइट के होमपेज पर लिखा है, “हम उन लोगों को इनाम देंगे जो अल्लाह के दुश्मनों और खामेनेई की जान को खतरे में डालने वालों को न्याय दिलाएंगे।”

पश्चिमी दूतावासों के बाहर प्रदर्शन की अपील

ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स से जुड़ी फार्स न्यूज एजेंसी ने इस अभियान की पुष्टि की और धार्मिक समूहों से पश्चिमी देशों के दूतावासों और शहरों के केंद्रों में प्रदर्शन करने की अपील की। एजेंसी ने कहा कि ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर इस्लामी कानून ‘मोहेरेबेह’ (अल्लाह के खिलाफ युद्ध) लागू किया जाना चाहिए, जिसकी सजा ईरानी कानून में मौत है। साथ ही, प्रमुख शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्ला नासेर मकारेम शिराजी ने ट्रंप और नेतन्याहू को “अल्लाह का दुश्मन” घोषित करते हुए फतवा जारी किया है।

ईरान सरकार ने बनाई दूरी, कायहान ने किया समर्थन

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने अमेरिकी पत्रकार टकर कार्लसन से बातचीत में इन धमकियों से दूरी बनाते हुए कहा कि यह फतवा न तो सरकार का है और न ही खामेनेई का। हालांकि, खामेनेई के अधीन चलने वाले अखबार ‘कायहान’ ने इस बयान को खारिज करते हुए लिखा, “यह कोई अकादमिक राय नहीं, बल्कि धर्म की रक्षा का धार्मिक आदेश है।” अखबार ने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी ‘चिंगारी’ भड़काने वालों का अंजाम खतरनाक होगा और “इस्लामिक रिपब्लिक इजरायल को खून में डुबो देगा।”

ईरान में आलोचना भी

ईरान के पूर्व सांसद गोलामअली जाफरज़ादे इमेनाबादी ने कायहान के रुख की आलोचना करते हुए कहा, “ट्रंप की हत्या की बात कहने से ईरानी जनता पर दबाव बढ़ेगा। मुझे विश्वास नहीं कि कायहान के संपादक शरियतमदारी ईरानी हैं।” जवाब में कायहान ने लिखा, “ट्रंप से बदला लेना अब राष्ट्रीय मांग बन चुका है। इमेनाबादी के बयान ईरानी मूल्यों से मेल नहीं खाते।”

सुलेमानी की हत्या से तनाव

यह धमकी 2020 में इराक में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से चले आ रहे तनाव की कड़ी है। ट्रंप ने सुलेमानी की हत्या के लिए अमेरिकी ड्रोन हमले का आदेश दिया था, जिसके बाद ईरान ने बदला लेने की कसम खाई थी। अमेरिकी एजेंसियों ने पिछले साल खुलासा किया था कि ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने ट्रंप की हत्या की साजिश रची थी। नवंबर 2024 में, अमेरिकी न्याय विभाग ने ईरानी एजेंट फरहाद शकेरी पर ट्रंप की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया, जो वर्तमान में तेहरान में है।

अमेरिकी सुरक्षा उपाय

ट्रंप की सुरक्षा को लेकर अमेरिका ने कड़े कदम उठाए हैं। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने मार-ए-लागो में रिमोट-नियंत्रित रोबोटिक कुत्तों को तैनात किया है, जो उन्नत निगरानी तकनीक और सेंसर से लैस हैं। इसके अलावा, ट्रंप ने फरवरी 2025 में कहा था कि अगर ईरान ने उनकी हत्या की, तो उन्होंने अपने सलाहकारों को निर्देश दिए हैं कि ईरान को “नेस्तनाबूद” कर दिया जाए।

बढ़ेगा क्षेत्रीय तनाव?

यह धमकी अमेरिका, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच आई है। हाल ही में इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए, जिसके जवाब में अमेरिका ने भी तीन ईरानी ठिकानों पर बमबारी की। क्षेत्रीय तनाव चरम पर है, और परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध की आशंका बढ़ रही है।