- 22/04/2025
प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा का समय बदला, अब रात 2 बजे नहीं, बल्कि इस समय होगी शुरू, बदलाव की ये है बड़ी वजह


वृंदावन के पूज्य संत प्रेमानंद महाराज की प्रसिद्ध रात्रिकालीन पदयात्रा के समय में महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। पहले यह यात्रा रात 2 बजे शुरू होती थी, लेकिन अब इसे सुबह 4 बजे आरंभ किया जाएगा। यह बदलाव महाराज के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए किया गया है। श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम ने इसकी पुष्टि करते हुए भक्तों से नए समय का पालन करने की अपील की है।
स्वास्थ्य कारणों से हुआ बदलाव
पिछले कुछ दिनों से प्रेमानंद महाराज की तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके चलते उनकी दोनों किडनियों में समस्या और डायलिसिस की स्थिति बताई गई थी। इस कारण पदयात्रा को पांच दिनों के लिए स्थगित करना पड़ा था। स्वास्थ्य में मामूली सुधार के बाद यात्रा को दोबारा शुरू किया गया है, लेकिन रात 2 बजे के बजाय सुबह 4 बजे के समय के साथ। आश्रम प्रबंधन का कहना है कि यह बदलाव महाराज की सेहत को प्राथमिकता देने के लिए जरूरी था।
भक्तों की आस्था अटल
समय में बदलाव के बावजूद भक्तों की आस्था और उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। सोमवार को जब यात्रा दोबारा शुरू हुई, तो वृंदावन की पावन धरती भक्ति के रंग में रंग गई। विश्व भर से आए हजारों भक्त छटीकरा मार्ग पर रात से ही महाराज के दर्शन के लिए सड़क किनारे जुटे रहे। दिल्ली से आए भक्त राहुल ने कहा, “महाराज जिस समय यात्रा करें, हम उनके दर्शन के लिए हमेशा तैयार हैं। यह आस्था का मामला है, समय का नहीं।”
रंगोली और दीपों से सजा मार्ग
यात्रा शुरू होने से पहले रविवार देर रात भक्तों ने छटीकरा मार्ग से श्री राधा हित केलि कुंज आश्रम तक के रास्ते को रंगोली, फूलों और दीपों से सजाया। जैसे ही महाराज अपने आवास ‘श्री कृष्ण शरणम’ से निकले, भक्तों ने भजनों और जयकारों के साथ उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं की आंखों में श्रद्धा और आनंद के आंसू छलक उठे।
पहले भी रुकी थी यात्रा
इससे पहले, महाराज के स्वास्थ्य और स्थानीय लोगों की शिकायतों के चलते यात्रा को फरवरी 2025 में अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। रात 2 बजे की यात्रा के दौरान ढोल-नगाड़े और पटाखों से आसपास की कॉलोनियों में रहने वालों को असुविधा हो रही थी। स्वास्थ्य में सुधार और भक्तों की मांग पर यात्रा दोबारा शुरू की गई, लेकिन अब नए समय और संशोधित रूट के साथ।
नया समय और रास्ता
आश्रम के अनुसार, अब महाराज सुबह 4 बजे ‘श्री कृष्ण शरणम’ से ऑडी कार में रमणरेती तक जाएंगे और वहां से 100 मीटर पैदल चलकर श्री राधा हित केलि कुंज आश्रम पहुंचेंगे। यात्रा का रास्ता भी बदलकर प्रेम मंदिर के सामने से रमणरेती पुलिस चौकी तक किया गया है, ताकि स्थानीय लोगों को कम से कम असुविधा हो।
आश्रम की अपील
आश्रम प्रबंधन ने भक्तों से सुबह 4 बजे के नए समय का पालन करने और यात्रा के दौरान शोर-शराबा या भीड़ से बचने की अपील की है। लाउडस्पीकर के उपयोग पर भी रोक लगाने की सलाह दी गई है। विशेषज्ञ और प्रवचन कार्यक्रम अपने निर्धारित समय पर जारी रहेंगे।
वृंदावन में भक्ति की लहर
प्रेमानंद महाराज की यह पदयात्रा वृंदावन में आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है। समय बदलने के बाद भी भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। सुबह के शांत माहौल में अब भक्तों को महाराज के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। स्थानीय लोगों ने भी नए समय और रूट पर संतुष्टि जताई है।