- 20/07/2025
पाकिस्तान ने फिर क्यों बंद किए एयर स्पेस? सैन्य तैयारियां की तेज… तो इसलिए सताने लगा एयर स्ट्राइक का डर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) की संलिप्तता के बाद अमेरिका ने TRF पर प्रतिबंध लगाकर इसे ग्लोबल टेरर ऑर्गनाइजेशन घोषित किया है। इस कदम ने पाकिस्तान में हलचल मचा दी है, और भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका के बीच पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र में नोटम (NOTAM) जारी कर सेंट्रल सेक्टर को 16 से 23 जुलाई तक और दक्षिणी पाकिस्तान की हवाई सीमा को 22-23 जुलाई तक बंद कर दिया है।
पाकिस्तान की सैन्य तैयारियां और चीनी सहायता
पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर हवाई क्षेत्र बंद करने को सैन्य अभ्यास और मिसाइल परीक्षण से जोड़ा है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि हाल ही में चीनी कार्गो विमानों की पाकिस्तान में आवाजाही देखी गई है, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं कि चीन ने पाकिस्तान को नई सैन्य तकनीक, हथियार, और उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम उपलब्ध कराए हैं।
पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। TRF ने शुरुआत में हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन भारत के सख्त रुख और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद उसने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म के हैक होने का दावा करते हुए जिम्मेदारी से इनकार किया। जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई को पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। भारतीय वायुसेना ने 23 मिनट में नौ ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ढांचे शामिल थे। भारत ने दावा किया कि उसने पाकिस्तान के चीनी निर्मित एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर अपनी तकनीकी श्रेष्ठता साबित की।
अमेरिका का TRF पर प्रतिबंध
अमेरिका ने TRF को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष रूप से चिन्हित वैश्विक आतंकी संगठन (SDGT) घोषित किया है। इस प्रतिबंध के तहत TRF की संपत्तियां जब्त होंगी और अमेरिकी नागरिकों के साथ इसके किसी भी लेनदेन पर रोक रहेगी। यह कदम भारत के उन दावों को बल देता है, जिसमें उसने TRF को लश्कर-ए-तैयबा की छिपी शाखा बताया था। इससे पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बढ़ गया है, क्योंकि भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर TRF की भूमिका के सबूत पेश करता रहा है।