- 16/08/2025
9 माह के बच्चे को मां की गोद से छीना, 7 लाख रुपये में बेचा, पुलिस ने पटना से किया बरामद, मां को लौटाई मुस्कान, 4 गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की महिला थाना पुलिस ने 9 माह के बच्चे की तस्करी के मामले को सुलझाते हुए बच्चे को पटना से सकुशल बरामद कर लिया है। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक महिला आरोपी पहले ही जेल भेजी जा चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों ने बच्चे को 7 लाख रुपये में बेचा था।
कैसे हुआ अपहरण?
घटना 20 जून 2025 की है, जब पीड़िता की रिश्तेदार संगनी बाई और संतोष पाल ने उसे फोन कर बुलाया। पीड़िता अपने 9 माह के बेटे के साथ दुर्ग से कोरगांव (जिला कोण्डागांव) होते हुए पटना पहुंची। वहां आरोपियों ने उसे किराए के मकान में ठहराया। 8 जुलाई को छत्तीसगढ़ वापस भेजने के बहाने उसे आरा रेलवे स्टेशन ले जाया गया। दानापुर स्टेशन पर खाना लाने के बहाने आरोपियों ने बच्चे को उसकी गोद से छीन लिया और फरार हो गए।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
बच्चे के अपहरण के बाद पीड़िता दुर्ग लौटकर महिला थाना सेक्टर-6 पहुंची और शिकायत दर्ज की। पुलिस ने 25 जुलाई को मामला दर्ज कर दो टीमें गठित कीं। एक टीम ने कोरगांव से संगनी बाई को गिरफ्तार किया, जबकि दूसरी टीम बिहार भेजी गई। बिहार में पुलिस ने नालंदा, पटना, भदौर और तारतर से चार आरोपियों—संतोष पाल, प्रदीप कुमार, डॉ. बादल उर्फ मिथलेश और गौरी महतो—को गिरफ्तार किया। बच्चे को सकुशल बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया गया है। सभी आरोपी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।
7 लाख में बेचा गया था बच्चा
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने बच्चे को 7 लाख रुपये में बेचा था। इस रकम में से संतोष पाल को 3 लाख, प्रदीप कुमार और डॉ. बादल उर्फ मिथलेश को 2-2 लाख रुपये मिले। इस तस्करी के सौदे में गौरी महतो भी शामिल थी।