- 01/04/2024
FIR: बीजेपी सांसद और उनकी पत्नी धोखाधड़ी के मामले में फंसे, मेडिकल कॉलेज हड़पने का आरोप, FIR दर्ज
लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के बीच बीजेपी के चर्चिंत सांसदों में से एक सांसद धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं। सांसद के साथ ही उनकी पत्नी के भी खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे पर दस्तावेजों का दुरुपयोग करके नीलामी के माध्यम से एक मेडिकल कॉलेज हड़पने का आरोप लगा है।
महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वैरी स्कैम का आरोप लगाकर शिकायत करने वाले झाररखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे खुद धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं। निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बीजेपी सांसद और उनकी पत्नी के अलावा 9 अन्य लोगों पर देवघर में परित्राण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को साजिश के तहत हड़पने और धोखाधड़ी का अपराध दर्ज हुआ है। आरोपियों के खिलाफ झारखंड पुलिस ने धारा 406, 409, 420, 467, 468, 471, 120बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
देवघर में जसीडीह थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने मीडिया को बताया कि शिव दत्त शर्मा नामक व्यक्ति ने भाजपा सांसद और उनकी पत्नी सहित अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दी। इसके आधार पर पुलिस ने भाजपा सांसद, उनकी पत्नी सहित कुल 9 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
सांसद निशिकांत दुबे पर ये है पूरा आरोप
एफआईआर के मुताबिक निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम ने अपने ट्रस्ट बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट के जरिए उनके संस्थान परित्राण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से संबंधित दस्तावेजों का दुरुपयोग करके नीलामी में अस्पताल को हड़प लिया।
शिकायतकर्ता शिव दत्त शर्मा ने आरोप लगाया है कि उन्होंने मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए 93 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। लेकिन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा संस्थान के लिए मंजूरी नहीं मिली। इसके कारण उनका ऋण राशि को गैर-निष्पादित संपत्ति घोषित हो गया। इसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उनसे इस संकट से उबारने के लिए 20 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद भी उन्होंने नीलामी के माध्यम से मेडिकल कॉलेज और अस्पताल हड़प लिया। नीलामी के दौरान अकेले बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट ने बोली लगाई। जो कि यह ट्रस्ट बीजेपी सांसद का है।
.. तो राजनीति छोड़ देंगे
उधर इस मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का भी बयान सामने आया है। उन्होंने शिकायतकर्ता शिवदत्त शर्मा के आरोपों से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनका यह आरोप साबित हो गया तो वह राजनीति छोड़ देंगे।