- 01/11/2024
अमेरिका ने इन भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, रूस को ऐसा क्या कर रहे थे सप्लाई; जो…


अमेरिका ने एक दर्जन से भी अधिक देशों के व्यक्तियों और करीब 400 संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं इस बीच अमेरिका ने आरोप लगते हुए कहा है कि, यूक्रेन के खिलाफ जारी लड़ाई ने वह रूस को युद्ध के लिए उन्नत तकनीक की आपूर्ति की गई है। यह कार्रवाई रूस पर राज्य विभागों और अमेरिकी ट्रेजरी के द्वारा लगाई गई है। जिसके चलते अब तक प्रतिबंधों से तीसरे देश द्वारा बचने के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। जिसमें चीनी, दर्जनों भारतीय सहित हांगकांग के कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है।
इन कंपनियों में ‘एसेंड एविएशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ भी है, जिसने मार्च 2023 से मार्च 2024 के बीच रूस की कंपनियों को 700 से अधिक सामान भेजे। इसके अलावा ‘मास्क ट्रांस’ नाम की एक और कंपनी का भी जिक्र किया गया है, जो रूस की एस 7 इंजीनियरिंग को 300,000 डॉलर के विमान के हिस्से भेजने में शामिल है।
अमेरिका ने ‘टीएसएमडी (TSMD) ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड’ और ‘फुट्रेवो’ जैसी कंपनियों का भी नाम लिया है, जिन्होंने रूस की कंपनियों को महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सामान की आपूर्ति की है। इन सामान की कीमत 1.4 मिलियन डॉलर से अधिक है। अमेरिका का कहना है कि इन प्रतिबंधों का मकसद रूस के युद्ध में मदद को रोकना है। वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि रूस तीसरे देशों से तकनीक और सामान न खरीद सके जो उसके युद्ध प्रयासों में मदद कर सके। वहीं इस पैकेज में अब तक इन देशों के सबसे ज़्यादा कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए थे।
वहीं इस संदर्भ में डिप्टी ट्रेजरी सेक्रेटरी वैली एडेमो ने जानकारी देते हुए कहा कि, रूस को अनैतिक युद्ध को छेड़ने के लिए ज़रूरी और यूक्रेन के खिलाफ़ अपने अवैध महत्वपूर्ण उपकरणों के तकनीकों के प्रवाह को अमेरिका ने रोकने के लिए सहयोगी निर्णायक कार्रवाई करना जारी रखेंगे।