• 18/02/2025

Breaking: पहली बार IPS अफसर का डिमोशन, इस केस में राज्य सरकार का ऐक्शन, ईमानदार और दबंग अफसर की है छवि

Breaking: पहली बार IPS अफसर का डिमोशन, इस केस में राज्य सरकार का ऐक्शन, ईमानदार और दबंग अफसर की है छवि

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राज्य सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक अफसर पंकज चौधरी को तीन साल के लिए डिमोशन कर दिया है। पंकज चौधरी राजस्थान कैडर के 2009 बैच के आईपीएस अफसर हैं। पारिवारिक मामले की जांच के बाद राज्य सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। कार्मिक विभाग की जांच के बाद चौधरी को 3 साल के लिए डिमोशन किया गया है। राजस्थान में पहली बार किसी IPS अफसर का डिमोशन किया गया है।

जांच के बाद लेवल 11 की वेतन श्रृंखला से पंकज चौधरी को लेवल 10 की कन‍िष्‍ठ वेतन श्रृंखला में ड‍िमोशन क‍िया गया है। ज्वॉइनिंगे के समय फ्रेशर IPS को कन‍िष्‍ठ वेतन श्रृंखला म‍िलती है। वे वर्तमान में पीएचक्यू जयपुर में पुल‍िस अधीक्षक कम्युन‍िटी पुल‍िस‍िंग के पद पर पदस्थ हैं।

राजस्थान के दबंग आईपीएस पर पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी का आरोप लगाया गया था। हालांकि कोर्ट से वो केस जीत गए थे। मामले में उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रशासनिक प्राधिकरण के 2020, हाईकोर्ट नई दिल्ली के 2021 और सुप्रीम कोर्ट में 2021 में उनके पक्ष में चार साल पहले ही फैसला हो चुका है।

दबंग और ईमानदार अफसर की है छवि

पंकज चौधरी अपनी दबंग और ईमानदार कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। गहलोत सरकार के दूसरे कार्यकाल में जैसलमेर एसपी रहते हुए कांग्रेस के कद्दावर नेता गाज़ी फक़ीर की हिस्ट्रीशीट खोलकर राज्य सरकार के निशाने पर आ गए थे। कांग्रेस नेता के दबाव में उन्हें राज्य सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया था।

इसके बाद वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान बूंदी में हुए एक दंगे के मामले में बीजेपी नेताओं पर कार्रवाई की थी। जिससे राज्य सरकार उनसे नाराज हो गई थी और उन्हें वहां से हटा दिया गया था।