• 15/05/2025

बड़ा खुलासा: जिस तुर्की की मदद से PAK ने किया भारत पर हमला, उसी की कंपनी भारतीय एयरपोर्ट्स पर अभी भी संभाल रही सिक्योरिटी का जिम्मा

बड़ा खुलासा: जिस तुर्की की मदद से PAK ने किया भारत पर हमला, उसी की कंपनी भारतीय एयरपोर्ट्स पर अभी भी संभाल रही सिक्योरिटी का जिम्मा

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पाकिस्तान को ड्रोन और सैन्य सहायता प्रदान करने वाले तुर्की की एक कंपनी, सेलेबी एविएशन (Celebi Aviation), भारत के प्रमुख हवाई अड्डों पर संवेदनशील सुरक्षा कार्यों को संभाल रही है। यह खुलासा तब हुआ, जब तुर्की ने हाल ही में भारत-पाक तनाव के दौरान पाकिस्तान को सैन्य समर्थन दिया, जिसमें 300-400 ड्रोन और सैन्य ऑपरेटर शामिल थे।

सेलेबी एविएशन 2008 से भारत में सक्रिय है और दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचिन, अहमदाबाद, गोवा और कन्नूर जैसे नौ प्रमुख हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग, कार्गो प्रबंधन और एयरसाइड ऑपरेशंस जैसे उच्च सुरक्षा वाले कार्य करती है। कंपनी प्रतिवर्ष 58,000 उड़ानों और 5.4 लाख टन कार्गो को संभालती है, जिसमें 7,800 कर्मचारी कार्यरत हैं।

तुर्कीपाकिस्तान गठजोड़ और भारत की चिंता

7 मई को भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमले के बाद, पाकिस्तान ने तुर्की के असिसगार्ड सॉन्गर ड्रोन का उपयोग कर भारत के सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर हमला किया। तुर्की ने न केवल ड्रोन उपलब्ध कराए, बल्कि इसके ऑपरेटर भी भेजे, जिनमें से दो भारत के जवाबी हमले में मारे गए।

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कश्मीर मुद्दे पर भी पाकिस्तान का खुला समर्थन किया है। इसके बावजूद, सेलेबी एविएशन को भारत के संवेदनशील हवाई अड्डों पर काम करने की अनुमति है, जो सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

सोशल मीडिया पर बहिष्कार की मांग

सोशल मीडिया पर भारतीयों ने तुर्की के खिलाफ आक्रोश जताते हुए सेलेबी एविएशन के कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने की मांग की है। शिवसेना नेता मुरजी पटेल ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) को 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए सेलेबी के साथ संबंध खत्म करने की मांग की। एक यूजर ने X पर लिखा, “जिस तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन और हथियार दिए, उसकी कंपनी भारत के सात बड़े एयरपोर्ट्स पर काम कर रही है। यह शर्मनाक है।”

भारत की मानवीय मदद का सिला; पाक को सैन्य सहायता

2023 में तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने ऑपरेशन दोस्त के तहत तत्काल राहत सामग्री, NDRF टीमें और ड्रोन भेजे थे। हालांकि, तुर्की ने इस मदद का बदला पाकिस्तान को सैन्य सहायता देकर चुकाया, जिससे भारतीयों में नाराजगी बढ़ी है।

कार्रवाई करेगी सरकार?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत सरकार अब सेलेबी एविएशन के कॉन्ट्रैक्ट्स की समीक्षा कर सकती है, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है। विशेषज्ञों का मानना है कि तुर्की की कंपनी को संवेदनशील क्षेत्रों में काम करने की अनुमति देना जोखिम भरा हो सकता है, खासकर जब कंपनी के कुछ शेयर तुर्की के राष्ट्रपति की बेटी सुमेया एर्दोगन के पास होने का दावा किया जा रहा है।

भारत में तुर्की के खिलाफ बढ़ते जनाक्रोश और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए सरकार से त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।