• 11/06/2025

छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन की आपातकालीन खिड़की से गिरा 4 साल का बच्चा, मां ने ऐसे बचाई जान, RPF भी ने की मदद

छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन की आपातकालीन खिड़की से गिरा 4 साल का बच्चा, मां ने ऐसे बचाई जान, RPF भी ने की मदद

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छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। ट्रेन की आपातकालीन खिड़की से 4 साल का बच्चा सागनिक बेरा बाहर गिर गया। घटना 10 जून को डोंगरगढ़-जटकन्हार रेलखंड की डाउन लाइन पर हुई। मां की त्वरित सूझबूझ और रेलवे अधिकारियों की तत्परता से बच्चे की जान बच गई।

कैसे हुआ हादसा?

सागनिक बेरा अपनी मां आनंदिता बेरा के साथ कोच एस-3 में एलटीटी से खड़गपुर की यात्रा कर रहा था। आनंदिता, जो पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर की निवासी हैं, ऊपरी बर्थ पर चढ़ने की कोशिश कर रही थीं, तभी सागनिक अचानक खिड़की से नीचे गिर गया। मां की चीख और तुरंत चेन खींचने की सूझबूझ ने बच्चे को तत्काल मदद पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

रेलवे का त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन

घटना की सूचना मिलते ही रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के सहायक उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। अनुरक्षण दल के प्रधान आरक्षक टी.एन.एस. चौहान और महिला आरक्षी ज्योति ने घायल बच्चे को उसकी मां के साथ डोंगरगढ़ लाया। प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए उसे पेंड्री मेडिकल कॉलेज, राजनांदगांव रेफर किया गया।

मंडल सुरक्षा आयुक्त दीपचंद आर्य के मार्गदर्शन में राजनांदगांव आरपीएफ पोस्ट की प्रभारी निरीक्षक तरुणा साहू ने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने सहायक उपनिरीक्षक डीबी मेश्राम और प्रधान आरक्षक एस के मिश्रा को पेंड्री अस्पताल भेजा। वहां बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे डीकेएस अस्पताल, रायपुर रेफर किया गया। आरपीएफ ने बच्चे की मां को दवाइयां, पानी और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराकर हर संभव सहायता प्रदान की।

कैसी है बच्चे की हालत?

डीकेएस अस्पताल में बच्चे की जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि सागनिक की स्थिति अब स्थिर है और उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। रेलवे और मां की तत्परता ने इस हादसे में बच्चे की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।