• 04/07/2025

BJP को मिलेगी पहली महिला अध्यक्ष, RSS ने भी दी हरी झंडी; जानें रेस में कौन से हैं 3 बड़े नाम

BJP को मिलेगी पहली महिला अध्यक्ष, RSS ने भी दी हरी झंडी; जानें रेस में कौन से हैं 3 बड़े नाम

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भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने संगठन में बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है। पार्टी जल्द ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है, और इस बार इतिहास रचते हुए पहली बार एक महिला नेता को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त, नया नेतृत्व चुनने की प्रक्रिया तेज

जेपी नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए इसे जून 2024 तक बढ़ाया गया था। अब, जब केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार तीसरी बार सत्ता में लौट चुकी है, बीजेपी संगठनात्मक ढांचे में बदलाव के लिए तैयार है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच नए अध्यक्ष के चयन को लेकर गहन विचार-विमर्श चल रहा है।

महिला नेतृत्व पर जोर, RSS का समर्थन

बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व में इस बात पर सहमति बनती दिख रही है कि पार्टी को पहली बार एक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलना चाहिए। यह निर्णय न केवल पार्टी की महिला सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता को दर्शाएगा, बल्कि हाल के चुनावों में महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में महिलाओं की निर्णायक वोटर भूमिका को और मजबूत करेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी दी है, जिसे एक प्रतीकात्मक और रणनीतिक कदम माना जा रहा है।

रेस में ये हैं प्रमुख दावेदार

1. निर्मला सीतारमण: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस दौड़ में सबसे आगे मानी जा रही हैं। तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाली सीतारमण ने हाल ही में बीजेपी मुख्यालय में जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। उनकी प्रशासनिक अनुभव, रक्षा और वित्त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों में कार्यकाल, और दक्षिण भारत में बीजेपी की पहुंच बढ़ाने की क्षमता उन्हें मजबूत दावेदार बनाती है।

2. डी. पुरंदेश्वरी: आंध्र प्रदेश की पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री डी. पुरंदेश्वरी भी इस रेस में शामिल हैं। उनकी बहुभाषी क्षमता और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को प्रस्तुत करने का अनुभव उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।

3. वानती श्रीनिवासन: तमिलनाडु के कोयंबटूर साउथ से विधायक और बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन भी दावेदारों में शामिल हैं। 1993 से बीजेपी के साथ जुड़ीं श्रीनिवासन ने 2021 में कमल हासन को हराकर सुर्खियां बटोरी थीं। 2022 में वे बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की पहली तमिल महिला सदस्य बनीं। उनकी संगठनात्मक क्षमता और दक्षिण भारत में जमीनी पकड़ उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाती है।

महिला नेतृत्व के पीछे बड़ी रणनीतिक

बीजेपी की यह पहल दक्षिण भारत में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है, जहां वह अभी तक अपेक्षाकृत कमजोर रही है। इसके अलावा, 33% महिला आरक्षण लागू होने के बाद यह कदम पार्टी की छवि को और सशक्त बनाएगा। आरएसएस का समर्थन इस निर्णय को और मजबूती देता है, क्योंकि संगठन का मानना है कि महिला नेतृत्व से पार्टी को नया दृष्टिकोण और व्यापक जन समर्थन मिलेगा।

अंतिम मुहर इनकी

बीजेपी ने 24 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे कर लिए हैं, जिससे नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों के अनुसार, अगले दो सप्ताह में नया अध्यक्ष चुना जा सकता है। यह नया नेतृत्व 2029 के लोकसभा चुनावों तक पार्टी को नई दिशा देने की जिम्मेदारी संभालेगा। हालांकि, क्षेत्रीय संतुलन, जातिगत समीकरण और संगठनात्मक अनुभव जैसे कारकों को ध्यान में रखते हुए अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के परामर्श से लिया जाएगा।