• 14/08/2025

मंत्री हैं चाचा हमारे.. क्या बिगाड़ लोगे, मिनिस्टर के भतीजे की गुंडागर्दी, पेट्रोल पंप सुपरवाइजर को जमकर पीटा, लूटने का भी आरोप

मंत्री हैं चाचा हमारे.. क्या बिगाड़ लोगे, मिनिस्टर के भतीजे की गुंडागर्दी, पेट्रोल पंप सुपरवाइजर को जमकर पीटा, लूटने का भी आरोप

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में 9 अगस्त 2025 की रात एक पेट्रोल पंप सुपरवाइजर के साथ मारपीट और लूट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना में कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा के भतीजे कृष्णा उर्फ राजा वर्मा और उनके 15-20 साथियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। पीड़ित विनोद दुबे (50), जो ढाबाडीह पेट्रोल पंप पर सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत हैं, ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें पास के ढाबे पर बुलाकर मारपीट की और उनका मोबाइल व पैसे छीन लिए।

क्या है पूरा मामला?

घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है। पीड़ित विनोद दुबे, जो ठेलकी गांव के निवासी हैं, शनिवार रात पेट्रोल पंप पर ड्यूटी पर थे। इस दौरान कृष्णा उर्फ राजा वर्मा अपनी गाड़ी में पेट्रोल डलवाने पहुंचा। विनोद के आने में थोड़ी देरी होने पर कृष्णा ने उनसे विवाद शुरू कर दिया। इसके बाद उसने विनोद को पेट्रोल पंप के पास स्थित एक ढाबे पर बुलाया, जहां उसके 15-20 साथी पहले से मौजूद थे। विनोद का आरोप है कि कृष्णा ने अपने चाचा टंकराम वर्मा के मंत्री होने का रौब दिखाते हुए गाली-गलौज की और साथियों के साथ मिलकर उनकी पिटाई की। इसके साथ ही उनका मोबाइल और पैसे भी छीन लिए गए।

विनोद ने अगले दिन सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में कृष्णा उर्फ राजा वर्मा (43), आशीष बघेल (43), और भीम साहू (26) को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों ने पूछताछ में मारपीट और धमकी देने की बात स्वीकार की है। एसपी भावना गुप्ता के निर्देश पर तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

पीड़ित ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

विनोद दुबे ने पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एफआईआर में लूट की धारा नहीं जोड़ी गई, जबकि आरोपियों ने उनका मोबाइल और पैसे छीने थे। इसके अलावा, 15-20 लोगों ने मारपीट में हिस्सा लिया, लेकिन पुलिस ने केवल तीन लोगों को गिरफ्तार किया। विनोद ने यह भी बताया कि एफआईआर नंबर 756 पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर दिखाई नहीं दे रहा, जिससे मामले की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।

मंत्री टंकराम वर्मा का बयान

मंत्री टंकराम वर्मा ने इस मामले से खुद को अलग करते हुए कहा, “मुझे इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। कानून सबके लिए समान है। मैं राजनीति से ज्यादा धार्मिक और सामाजिक व्यक्ति हूं और किसी गलत काम का समर्थन नहीं करता।” उन्होंने जोर देकर कहा कि गलत काम करने वालों को संरक्षण नहीं दिया जाएगा।

कांग्रेस ने लगाए भतीजे को बचाने के आरोप

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मामले में मंत्री और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि मंत्री टंकराम वर्मा अपने भतीजे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और पुलिस मामले को दबाने में लगी है। त्रिवेदी ने एफआईआर नंबर 756 के पुलिस वेबसाइट पर न दिखने को संदिग्ध बताया और इसकी जांच की मांग की है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा चुका है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने मारपीट और धमकी की धाराओं में मामला दर्ज किया है, लेकिन पीड़ित के लूट के आरोपों को एफआईआर में शामिल नहीं किया गया है, जिससे विवाद बढ़ रहा है।