• 03/09/2025

रविंद्र चौबे पर होगी कार्रवाई! कांग्रेस की बैठक में अनुशासनहीनता का प्रस्ताव पारित, महंत की नेताओं से दो टूक- अपने-अपने चमचों को संभाल कर रखें

रविंद्र चौबे पर होगी कार्रवाई! कांग्रेस की बैठक में अनुशासनहीनता का प्रस्ताव पारित, महंत की नेताओं से दो टूक- अपने-अपने चमचों को संभाल कर रखें

पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे पर कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है। ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान को लेकर पीसीसी द्वारा राजीव भवन में जिलाध्यक्षों की बैठक ली गई। जिलाध्यक्षों की बैठक में नेताओं ने चौबे के बयान को अनुशासनहीनता करार देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान बैठक में अनुशासनहीनता के खिलाफ एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।

क्या था रविंद्र चौबे का बयान?

विवाद की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के अवसर पर रविंद्र चौबे के बयान से हुई। चौबे ने कहा था, “छत्तीसगढ़ की जनता आज भी भूपेश बघेल का नेतृत्व चाहती है।” इस बयान ने कांग्रेस के भीतर खासी हलचल मचा दी। कुछ नेताओं ने इसे पार्टी के सामूहिक नेतृत्व के सिद्धांत के खिलाफ माना और इसे अनुशासनहीनता का मामला बताया।

चौबे ने दी सफाई, लिया यू-टर्न

बढ़ते विवाद को देखते हुए रविंद्र चौबे ने सफाई दी और कहा कि कांग्रेस हमेशा सामूहिक नेतृत्व में काम करती है। उन्होंने अपने बयान पर यू-टर्न लेते हुए जोर दिया कि उनका इरादा किसी तरह का विवाद खड़ा करना नहीं था। इसके बावजूद, उनके बयान ने पार्टी के भीतर नेतृत्व को लेकर चर्चाओं को हवा दे दी।

नेता प्रतिपक्ष का कड़ा रुख

बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने नेताओं को संयम बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के बयानों को अक्सर गलत तरीके से पेश किया जाता है और इसके लिए उनके “चमचे” जिम्मेदार होते हैं। डॉ. महंत ने सभी जिलाध्यक्षों और नेताओं से अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को संयमित रखने का निर्देश दिया, ताकि भविष्य में इस तरह के विवादों से बचा जा सके। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “ऐसे लोग कभी किसी को मुख्यमंत्री तो कभी किसी को प्रदेश अध्यक्ष बना देते हैं।”