- 06/09/2025
टीचर या जल्लाद: दूसरी कक्षा की बच्ची को दी ऐसी खौफनाक सजा, मासूम न तो खड़ी हो पा रही और न ही चल पा रही, टॉयलट जाना बना जुर्म

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के प्रतापगढ़ स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां दूसरी कक्षा की 8 वर्षीय छात्रा समृद्धि गुप्ता को कथित तौर पर शिक्षिका नम्रता गुप्ता ने टॉयलेट जाने के कारण सजा दी। शिक्षिका ने बच्ची को दो डंडे मारे और 100 बार उठक-बैठक कराई, जिसके बाद समृद्धि के पैरों की मांसपेशियां (मसल्स) क्रैक हो गईं। अब बच्ची दर्द से कराह रही है और न तो खड़े हो पा रही है और न ही चल पा रही है। परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक (SP) से की है। मामला सीतापुर ब्लॉक का है।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, समृद्धि गुप्ता डीएवी मुख्यमन्त्री पब्लिक स्कूल, प्रतापगढ़ में दूसरी कक्षा में पढ़ती है। पीड़ित छात्रा ने बताया कि वह टॉयलेट जा रही थी, जब रास्ते में शिक्षिका नम्रता गुप्ता मोबाइल चलाते हुए खड़ी थीं। शिक्षिका ने समृद्धि से घूमने का कारण पूछा, तो उसने बताया कि वह टॉयलेट जा रही है। इसके बावजूद शिक्षिका ने उसे दो डंडे मारे और कक्षा में लाकर 100 बार उठक-बैठक करने की सजा दी। इस सजा के बाद समृद्धि के घुटनों के नीचे असहनीय दर्द शुरू हो गया, और वह चलने-फिरने में असमर्थ हो गई।
बच्ची की हालत गंभीर, इलाज जारी
समृद्धि का इलाज वर्तमान में एक निजी अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, बच्ची की पैरों की मांसपेशियों में क्रैक आ गया है, जिसके कारण वह अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही और न ही चल पा रही है। समृद्धि के पिता मनोज गुप्ता अंबिकापुर में काम करते हैं, जबकि वह अपने बड़े पिता अनुराग गुप्ता के साथ गुतुरमा गांव में रहकर पढ़ाई करती है।
परिजनों की शिकायत, जांच के आदेश
परिजनों ने इस घटना की शिकायत सरगुजा के पुलिस अधीक्षक से की है। सीतापुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) इंदु तिर्की ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है, और अगले दो दिनों में शिक्षा विभाग की एक टीम स्कूल में जांच करेगी। यदि शिक्षिका नम्रता गुप्ता दोषी पाई गईं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) दिनेश झा ने कहा कि उन्हें अभी तक इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी।