- 02/07/2025
‘ब्राह्मण मेरा दुश्मन’, जाति पूछ दरोगा ने थूक चटवाया, टेंपो चालक की जमकर की पिटाई; सस्पेंड

बिहार में एक टेंपो चालक को ब्राह्मण होने की सजा मिली। थाना प्रभारी ने जाति पूछकर कहा कि ब्राह्मण मेरा दुश्मन और न सिर्फ उसकी बर्बर तरीके से पिटाई की बल्कि उससे थूक भी चटवाया। मामले में बवाल मचने पर एसपी ने दरोगा को तत्काल सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोप शेखपुरा जिले के मेंहुस थानाध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर पर लगा है।
क्या है मामला?
मेंहुस गांव निवासी 26 वर्षीय प्रदुम्न कुमार, जो टेंपो चलाता है, ने बताया कि सोमवार शाम करीब 7:30 बजे वह चौक पर सवारी उतारकर घर लौट रहा था। पीछे से सादे कपड़ों में बुलेट बाइक पर सवार थानाध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर लगातार हॉर्न बजा रहे थे। साइड देने में मामूली देरी होने पर थानाध्यक्ष ने टेंपो रुकवाया और बीच सड़क पर लाठी से पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद टेंपो जब्त कर प्रदुम्न को थाने ले जाया गया, जहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई।
पीड़ित का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने उसकी जाति पूछी और जब उसने बताया कि वह ब्राह्मण है, तो थानाध्यक्ष ने कहा, “ब्राह्मण मेरा दुश्मन है।” इसके बाद उसे जमीन पर थूकवाकर जबरन थूक चटवाया और माफी मांगने को मजबूर किया।
थानाध्यक्ष का दावा
थानाध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर ने आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि टेंपो चालक ने गश्त कर रही महिला सिपाही को देखकर सीटी मारी थी, जिसके चलते उसे थाने लाकर पूछताछ और पिटाई की गई। हालांकि, पीड़ित और स्थानीय लोगों ने इस दावे को खारिज करते हुए इसे बहाना बताया।
विधायक ने उठाया मुद्दा
मंगलवार को प्रदुम्न ने बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार से शिकायत की। विधायक ने घटना की निंदा करते हुए तुरंत एसपी बलिराम कुमार चौधरी से बात की और कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस का ऐसा अमानवीय व्यवहार अस्वीकार्य है और अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो थाने के सामने धरना दिया जाएगा।
एसपी ने लिया एक्शन
एसपी बलिराम चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए। एएसपी राकेश कुमार की जांच में पिटाई के आरोप सही पाए गए। इसके बाद थानाध्यक्ष को तत्काल सस्पेंड कर लाइन हाजिर किया गया। एसपी ने बताया कि थूक चटवाने और जातिसूचक टिप्पणी के आरोपों की जांच जारी है, और विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने थानाध्यक्ष की बर्बरता और जातिगत टिप्पणी की कड़ी निंदा की। कई यूजर्स ने इसे पुलिसिया रवैये और जातिवाद का उदाहरण बताते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की।
एएसपी राकेश कुमार ने कहा कि यह घटना पुलिस महकमे के लिए धब्बा है। पीड़ित को गंभीर चोटें आई हैं, और मामले की गहन जांच की जा रही है।