• 18/04/2025

रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के घर CBI का छापा, शराब घोटाला केस में कार्रवाई

रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के घर CBI का छापा, शराब घोटाला केस में कार्रवाई

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छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को रिटायर्ड IAS अधिकारी अनिल टुटेजा के रायपुर स्थित आवास पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, CBI की टीम सुबह टुटेजा के घर पहुंची और दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की। यह कार्रवाई कथित 2,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में की जा रही है, जिसमें टुटेजा को मुख्य मास्टरमाइंड बताया गया है।

क्या है मामला?

शराब घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले से कर रहा है, जिसने अप्रैल 2024 में टुटेजा को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया था। ED ने दावा किया था कि टुटेजा ने व्यवसायी अनवर ढेबर, रायपुर मेयर ऐजाज ढेबर के भाई, के साथ मिलकर एक शराब सिंडिकेट चलाया, जिसने 2019 से 2022 के बीच अवैध शराब बिक्री और रिश्वतखोरी से 2,161 करोड़ रुपये की कमाई की। इस सिंडिकेट में वरिष्ठ नौकरशाह, राजनेता और शराब कारोबारी शामिल थे।

ED ने टुटेजा पर आरोप लगाया कि वे आबकारी विभाग से आधिकारिक रूप से जुड़े नहीं होने के बावजूद इसके संचालन में सक्रिय थे और 14.41 करोड़ रुपये की अपराध की आय प्राप्त की। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 15 अप्रैल 2025 को टुटेजा को जमानत दे दी थी, यह देखते हुए कि वे एक साल से अधिक समय तक हिरासत में थे और मुकदमे में 30 से अधिक गवाहों की जांच बाकी थी।

CBI की कार्रवाई

CBI की ताजा छापेमारी को शराब घोटाले में गहन जांच का हिस्सा माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, CBI टुटेजा के घर से वित्तीय लेनदेन, संपत्ति के दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त करने की कोशिश कर रही है। यह कार्रवाई तब हुई, जब छत्तीसगढ़ पुलिस और आर्थिक अपराध शाखा (EOW)/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) भी इस मामले की समानांतर जांच कर रहे हैं।

स्थानीय पुलिस के सहयोग से CBI ने टुटेजा के आवास को घेर लिया और कई घंटों तक तलाशी अभियान चलाया। जांच एजेंसी इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या टुटेजा ने अपने पद का दुरुपयोग कर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। टुटेजा को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी माना जाता था।