- 21/04/2025
कानून व्यवस्था पर कांग्रेस का CM हाउस घेराव.. पुलिस के साथ धक्का-मुक्की, बैज ने कहा- छत्तीसगढ़ को यूपी-बिहार बनाने पर तुली सरकार


छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर जमकर निशाना साधा। बैज ने आरोप लगाया कि साय सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह विफल रही है, जिसके चलते जनता भय के माहौल में जी रही है।
‘विष्णु जनता के लिए भक्षक बन गए‘
प्रदर्शन के दौरान दीपक बैज ने कहा, “छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु जनता के लिए मुख्यमंत्री बनकर नहीं, बल्कि भक्षक बनकर काम कर रहे हैं। हमारी लड़ाई छत्तीसगढ़ की जनता के हक और भाजपा सरकार के कुशासन के खिलाफ है।” उन्होंने गर्मी की परवाह न करते हुए कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया और कहा, “42 डिग्री हो या 45, हमारी माता-बहनों को बचाने से हमें कोई नहीं रोक सकता।”
‘हर तीन घंटे में एक बलात्कार‘
बैज ने छत्तीसगढ़ में अपराध के आंकड़े पेश करते हुए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “रायपुर में 515 से ज्यादा किडनैपिंग, 93 हत्याएं और 268 रेप की वारदातें हो चुकी हैं। पूरे प्रदेश में 3644 किडनैपिंग, 1114 हत्याएं और 3191 रेप के मामले दर्ज हुए हैं। हर तीन घंटे में एक बलात्कार हो रहा है।” उन्होंने एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का जिक्र करते हुए कहा, “आत्मानंद स्कूल की 9वीं कक्षा की छात्रा से रेप होता है, वह एक महीने की गर्भवती हो जाती है, लेकिन प्रशासन को कोई खबर नहीं।”
‘यूपी–बिहार बन रहा छत्तीसगढ़‘
बैज ने साय सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “ये सरकार छत्तीसगढ़ को यूपी और बिहार बनाने पर तुली है, लेकिन कांग्रेस ऐसा होने नहीं देगी।” उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा पर भी निशाना साधा और कहा, “गृहमंत्री पश्चिम बंगाल पर बयान दे रहे हैं। अगर इतनी ही चिंता है, तो यहां से इस्तीफा देकर वहां जाकर पद संभाल लें।” बैज ने बस्तर में आदिवासियों के मुद्दों पर सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए, कहते हुए, “जो खुद को आदिवासी नहीं, जनजाति मानते हैं, वे बस्तर में आदिवासियों के लिए बयान दे रहे हैं। इन्हें आदिवासियों का संघर्ष क्या पता?”
नगर निगम के सामने सभा
घेराव से पहले रायपुर नगर निगम के सामने कांग्रेस ने एक विशाल सभा का आयोजन किया, जिसमें प्रदेशभर से वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। सभा में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व पीसीसी चीफ धनेन्द्र साहू, सह-प्रभारी विजय जांगिड, जरिता लैतफलांग, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम, और प्रभारी महामंत्री मलकीत गैदू समेत कई बड़े नेता मौजूद थे।
भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की गैरमौजूदगी
हालांकि, इस बड़े प्रदर्शन में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हुए, जिसने राजनीतिक गलियारों में चर्चा को जन्म दिया। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह कांग्रेस के भीतर गुटबाजी का संकेत हो सकता है।
कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन
प्रदर्शन से पहले 19 अप्रैल को राजीव भवन, रायपुर में दीपक बैज ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें घेराव की रणनीति तैयार की गई। कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को न केवल सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा, बल्कि पार्टी की एकजुटता दिखाने के अवसर के रूप में भी इस्तेमाल किया। सभा और घेराव में हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने कांग्रेस के इस दावे को बल दिया।
‘शांत प्रदेश अब अपराधगढ़‘
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि छत्तीसगढ़, जो कभी शांत और कम अपराध वाला प्रदेश था, अब “अपराधगढ़” बन गया है। उन्होंने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि हत्या, बलात्कार, लूट और सड़क हादसों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बैज ने कहा, “हमने विधानसभा, ब्लॉक और जिला स्तर पर प्रदर्शन किए, लेकिन सरकार नींद से नहीं जागी।”
सरकार पर दबाव, भविष्य की रणनीति
यह प्रदर्शन साय सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, खासकर तब जब भाजपा ने हाल ही में नगर निगम चुनावों में कांग्रेस पर आरोप पत्र जारी किया था। कांग्रेस का यह कदम न केवल कानून व्यवस्था के मुद्दे को उभारने का प्रयास है, बल्कि आगामी राजनीतिक समीकरणों को मजबूत करने की रणनीति भी है।