• 20/07/2022

टीएस सिंहदेव के इस्तीफे पर सदन रहा गर्म, कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित

टीएस सिंहदेव के इस्तीफे पर सदन रहा गर्म, कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित

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रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र का पहला ही दिन हंगामे की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। सदन में आज शून्यकाल के दौरान मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफे का मामला गूंजा। विपक्षी सदस्यों ने सदन में कहा कि टीएस सिंहदेव के पद छोड़े जाने पर सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। विपक्ष की ओर से वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में टीएस सिंहदेव के पत्र की प्रतियां लहराते हुए कहा कि जो आरोपी सिंहदेव ने लगाए हैं उसकी जांच होनी चाहिए।

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सदन में इस्तीते के लिए भेजी गई टीएस सिंहदेव के पत्र की प्रतियां लहराते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सिंहदेव ने हड़ताल को साजिश के तहत कराए जाने का आरोप सरकार से अविश्वास को स्पष्ट करता है। अग्रवाल ने सदन में ही टीएस सिंहदेव के इस्तीफे वाले पत्र को बकायदा पढ़कर सुनाया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें टोकते हुए कहा कि राज्य सरकार का कोई मंत्री यदि अपने मुख्यमंत्री को पत्र लिखता है तो यह व्यवस्था का मामला किस तरह से हो गया! यह कोई संवैधानिक संकट नहीं है।

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आसंदी की टिप्पणी के बाद विपक्षी सदस्यों ने कहा कि इस मामले में कम से कम स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। विपक्षी सदस्यों के बार-बार स्थिति स्पष्ट कराए जाने की मांग को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित होता देख विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।
जैसा कि पहले से ही इस बात का पूरा आसार नजर आ रहा था कि मानसून सत्र हंगामेदार होगा और हुआ भी यही। विपक्षी सदस्यों ने सत्ता पक्ष को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों की स्थिति स्पष्ट नजर आ रही थी कि वे सभी मुद्दों पर जमकर घेरेेंगे। इसके पूर्व जल जीवन मिशन योजना के राज्य में क्रियान्वयन और लेटलतीफी पर मंत्री रूद्र कुमार गुरू को भी विपक्षी सदस्यों ने जमकर धेरा।

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