• 14/08/2025

भोपाल में फिर गैस रिसाव: आंखों में जलन.. सांस लेने में तकलीफ, दहशत से सहमे लोग

भोपाल में फिर गैस रिसाव: आंखों में जलन.. सांस लेने में तकलीफ, दहशत से सहमे लोग

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में 13 अगस्त 2025 को दोपहर करीब 3:30 बजे एक फार्मा फैक्ट्री में क्लोरीन गैस रिसाव की घटना ने हड़कंप मचा दिया। हिंद फार्मा फैक्ट्री के केमिकल स्टोर से रिसी क्लोरीन गैस आसपास के इलाके में फैल गई, जिससे फैक्ट्री कर्मचारियों और आसपास के लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें शुरू हो गईं। इस घटना से इलाके में अफरातफरी मच गई।

गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में जेके रोड पर स्थित हिंद फार्मा फैक्ट्री में यह हादसा उस समय हुआ, जब फैक्ट्री के केमिकल स्टोर में रखे ड्राय क्लोरीन के बैग्स में नमी के कारण रासायनिक प्रतिक्रिया हुई। प्रारंभिक जांच के अनुसार, बिजली गुल होने के कारण फैक्ट्री में हवा का प्रवाह रुका हुआ था, और नमी के संपर्क में आने से क्लोरीन गैस का रिसाव शुरू हुआ। कुछ कर्मचारियों ने धुआं देखकर आग की आशंका में पानी डाला, जिससे गैस और तेजी से फैली।

स्थानीय लोगों और कर्मचारियों ने आंखों में जलन, आंसू और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की। गैस का प्रभाव आधा किलोमीटर के दायरे में फैल गया, जिससे आसपास की फैक्ट्रियों और दफ्तरों में भी दहशत फैल गई।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही गोविंदपुरा एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस, नगर निगम की फायर ब्रिगेड, स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पॉन्स फोर्स (SDERF), और नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की टीमें मौके पर पहुंचीं। कास्टिक सोडा और रेत का उपयोग कर गैस को न्यूट्रलाइज किया गया, और फैक्ट्री के एग्जॉस्ट फैन चालू कर धुआं बाहर निकाला गया। करीब डेढ़ से दो घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया।

पिपलानी पुलिस स्टेशन की इंस्पेक्टर चंद्रिका यादव ने बताया कि फैक्ट्री उस समय बंद थी, और प्रारंभिक जांच में नमी के कारण रासायनिक प्रतिक्रिया को गैस रिसाव का कारण माना जा रहा है। राहत कार्यों के दौरान सभी कर्मियों ने मास्क और सुरक्षात्मक उपकरणों का उपयोग किया।

प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO), भोपाल नगर निगम, और उद्योग विभाग की संयुक्त जांच कमेटी गठित की है। कमेटी को दो दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

फैक्ट्री मालिक का दावा

हिंद फार्मा फैक्ट्री के मालिक राघव गोस्वामी ने गैस रिसाव की बात से इनकार किया। उनका दावा है कि कोई गैस रिसाव नहीं हुआ, बल्कि कुछ पाउडर में आग लगने से धुआं उठा था, जिसे आधे घंटे में नियंत्रित कर लिया गया। हालांकि, प्रशासन और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान उनके दावे से मेल नहीं खाते।

भोपाल गैस त्रासदी की यादें ताजा

यह घटना भोपाल में 1984 की यूनियन कार्बाइड गैस त्रासदी की याद दिलाती है, जब मिथाइल आइसोसाइनेट गैस रिसाव ने हजारों लोगों की जान ले ली थी। हालांकि, इस बार स्थिति को समय रहते नियंत्रित कर लिया गया, और किसी गंभीर जनहानि की खबर नहीं है। फिर भी, इस घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की कमी को एक बार फिर उजागर किया है।