• 01/05/2023

सीएम भूपेश और नंद कुमार साय ने श्रमिकों के साथ खाया बोरे-बासी

सीएम भूपेश और नंद कुमार साय ने श्रमिकों के साथ खाया बोरे-बासी

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अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में बोरे बासी तिहार मनाया जाता है। सांइस कॉलेज मैदान में आयोजित श्रमिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए। सीएम के साथ ही आज कांग्रेस में शामिल हुए नंद कुमार साय, बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेस नेताओं और हजारों की संख्या में मौजूद श्रमिकों ने सामूहिक रुप से बोरे बासी का आनंद लिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में श्रमिकों के कल्याण के लिए 13 नई योजनाएं संचालित की गई हैं और योजना के अंतर्गत एक सौ 72 करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की गई है। श्रमिकों के हितों एवं अधिकारो के संरक्षण के लिए हमेशा कार्य किया जाएगा।

श्रमिकों को सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केंद्र की शुरुआत की गई है। इस केंद्र के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा। टोल फ्री नंबर 07713505050 पर कॉल करके श्रमिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने खनन, कृषि, निर्माण एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले मजदूरों का हमेशा सम्मान किया है। पिछले 4 सालों में हमारी सरकार ने मजदूरों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। हमारी सरकार मजदूरों के खाते में सीधे पैसे डाल रही है, चाहे नोनी सशक्तिकरण योजना हो या अन्य योजनाएं। लॉकडाउन के समय में भी छत्तीसगढ़ के मजदूरों को काम मिला है छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में कभी मंदी नहीं आई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि “गजब विटामिन भरे हुए हे छत्तीसगढ़ के बासी में” डॉ. खूबचंद बघेल की लिखी पंक्तियों के साथ अपनी बात की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज हमारे श्रमिकों का त्योहार है, आज हमारा प्रदेश जिस बढ़िया स्थिति में है उसकी वजह हमारे श्रमिकों का श्रम है।पिछले 4 साल से हमारी सरकार श्रमिकों और किसानों के लिए काम कर रही है।

यह सहायता सीधे खाते में राशि जा रही है। इससे वे अपने पसंद की वस्तु खरीद सकते हैं। लॉकडाउन से जब दुनिया जूझ रही थी तब हमारे मजदूर काम कर रहे थे। हमारे प्रदेश ने उन कठिन दिनों में भी मंदी नहीं देखी, इसके पीछे आपका श्रम है। नीले रंग की मोबाइल मेडिकल गाड़ी आती है और निःशुल्क इलाज हो जाता है।

श्रमिकों की मृत्यु या दुर्घटना हो जाने पर राशि दी जा रही है। महिला श्रमिकों के लिए ई रिक्शा का अनुदान दिया जा रहा है। आज का दिन हम बोरे बासी त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है। पिछले साल सबने बोरे बासी खाई। श्रमिकों के भोजन का सम्मान किया। अपने खानपान के सम्मान का गौरव हमें है।

तेंदूपत्ता श्रमिकों के लिए मानदेय बढ़ा दिया गया है। तीज त्योहार हमारे श्रमिक भाई खूब मन से मनाते हैं। इसे प्रोत्साहन देने का काम हमारी सरकार द्वारा हो रहा है। आज का दिन हम बोरे बासी त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है। पिछले साल सबने बोरे बासी खाई। श्रमिकों के भोजन का सम्मान किया। अपने खानपान के सम्मान का गौरव हमें है। करमा और ददरिया जैसे गीत श्रमिक गाते हैं। हम इन्हें केंद्र में लाये हैं।