- 23/08/2023
CM भूपेश बघेल के करीबियों पर ED के छापे पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, लगाए ये आरोप
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबियों के यहां छापामार कार्रवाई की है। ईडी की टीम मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, दो OSD आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के साथ ही करीबी कारोबारी विजय भाटिया के यहां दबिश दी थी। ईडी की इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है।
कांग्रेस नेताओं ने राजीव भवन में प्रेसवार्ता लेकर आरोप लगाया है कि कांग्रेस की राजनैतिक गतिविधियों को बाधित करने के लिए ही ईडी द्वारा कार्रवाई की गई है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन ईडी की कार्रवाई आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि विनोद वर्मा कांग्रेस का बूथ मैनेजमेंट और चुनाावी प्रशिक्षण देखते हैं इसलिए उन्हें टार्गेट किया गया। वहीं पाटन विधानसभा में मुख्यमंत्री के जन्मदिन के कार्यक्रमों को बाधित करने के लिए उनके दोनों ओएसडी आशीष वर्मा औऱ मनीष बंछोर को निशाना बनाया गया है।
शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर प्रदेश में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं इससे कांग्रेस के पक्ष में सकारात्मक माहौल बनेगा। इसी से घबराकर भाजपा की केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने के उद्देश्य से ईडी की छापेमारी करवाया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी की छापेमारी और उसकी कार्रवाईयों की टाइमिंग बता रही कि वह भाजपा के राजनैतिक उद्देश्यों को पूरा करने चरणबद्ध तरीके से काम कर रही है। वह अपनी गतिविधियों से प्रदेश में एक सनसनी और सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का झूठा माहौल बनाने साजिश कर रही है। किसी के यहां छापेमारी करती है उसके दो महिने बाद उसकी संपत्ति अटैचमेंट करती है उसके दो माह बाद गिरफ्तारी करती है उसके एक माह बाद चार्जशीट दाखिल करती है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता का राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है तो वह केंद्रीय जांच एजेंसियों को दुरूपयोग कर कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने का षड़यंत्र रच रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को इन्फोर्समेंट डायरेक्टर को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के नान घोटाला जिसमें गरीबों के राशन में 36,000 करोड़ का घोटाला हुआ, 6000 करोड़ के चिटफंड घोटाला की जांच के लिये अनुरोध किया। केंद्र सरकार नान और चिटफंड घोटाला की जांच ईडी से करवाने का साहस क्यों नहीं दिखा रही? क्यों इस घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का नाम है इसलिये भाजपा नान और चिटफंड घोटाले की जांच में घबरा रही है। जब काल्पनिक और कूटरचित मुद्दों के आधार पर ईडी कार्यवाही कर सकती है तब ठोस साक्ष्यों के आधार पर ईडी की जांच क्यों रोका जा रहा है?
कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
- जब-जब प्रदेश में राजनैतिक गतिविधियां तेज होती है या कोई राजनैतिक हलचल होती है तभी ईडी की कार्यवाही क्यों होती है?
कांग्रेस के 85 वां अधिवेशन के समय कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की कार्यवाही की गयी, ताकि अधिवेशन को बाधित किया जाये। - यूपी, आसाम, हिमाचल और कर्नाटक चुनाव के समय भी ईडी की छापेमारी की गयी।
- जब-जब अमित शाह छत्तीसगढ़ आये उसके पहले तीनों बार ही ईडी की कार्यवाही हुई कोरबा, जगदलपुर, रायपुर तीनों जगह ही शाह के दौरे के पहले ईडी का आना मात्र संयोग है या साजिश?
- आज मुख्यमंत्री के जन्मदिन के दिन ईडी उनके राजनैतिक सलाहकार, ओएसडी के यहां पहुंची है।