- 17/05/2025
EPFO Rules 2025: कर्मचारी भविष्य निधि के नियमों में हो गए कई बदलाव, प्रोफाइल अपडेट से PF ट्रांसफर तक.. पढ़िए


कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2025 में अपने करोड़ों सदस्यों के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं। इन बदलावों से प्रोफाइल अपडेट करना, नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर, जॉइंट डिक्लेरेशन और पेंशन भुगतान जैसी प्रक्रियाएं पहले से कहीं ज्यादा सरल हो गई हैं। इनका उद्देश्य कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। आइए, इन बदलावों को विस्तार से समझते हैं।
प्रोफाइल अपडेट करना हुआ सरल
EPFO ने प्रोफाइल अपडेट की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। यदि आपका UAN आधार से लिंक है, तो आप नाम, जन्मतिथि, लिंग, माता-पिता का नाम जैसी जानकारी बिना किसी दस्तावेज के ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। हालांकि, 1 अक्टूबर 2017 से पहले बने UAN के लिए कुछ बदलावों के लिए नियोक्ता की मंजूरी आवश्यक हो सकती है।
PF ट्रांसफर प्रक्रिया में सुधार
नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर अब पहले से ज्यादा सुगम है। EPFO के 2025 में जारी नए निर्देशों के तहत, कई मामलों में न पुराने नियोक्ता की मंजूरी चाहिए और न ही नए नियोक्ता की। यह बदलाव कर्मचारियों के लिए PF ट्रांसफर को तेज और परेशानी मुक्त बनाता है।
जॉइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया का सरलीकरण
16 जनवरी 2025 को EPFO ने जॉइंट डिक्लेरेशन के लिए नया सर्कुलर जारी किया। सदस्यों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:
- आधार–लिंक्ड UAN: ऑनलाइन जॉइंट डिक्लेरेशन की सुविधा।
- पुराना UAN, आधार से सत्यापित: ऑनलाइन जॉइंट डिक्लेरेशन की अनुमति।
- बिना UAN वाले: फिजिकल जॉइंट डिक्लेरेशन का प्रावधान।
यह बदलाव प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाता है।
सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS)
1 जनवरी 2025 से EPFO ने सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS) लागू किया है। अब पेंशन NPCI प्लेटफॉर्म के जरिए देश के किसी भी बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जा सकती है। इससे क्षेत्रीय कार्यालयों के बीच PPO ट्रांसफर की जरूरत खत्म हो गई है। नए PPO के लिए UAN-आधार लिंक अनिवार्य है, ताकि डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र का उपयोग हो सके। गलत कार्यालय में भेजे गए क्लेम को सही कार्यालय में स्थानांतरित किया जाएगा।
उच्च पेंशन के लिए स्पष्ट नीति
EPFO ने उच्च सैलरी पर पेंशन लेने वालों के लिए नीति को स्पष्ट किया है:
- सभी के लिए एकसमान प्रक्रिया लागू होगी।
- छूट प्राप्त संस्थानों को ट्रस्ट नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
- बकाया वसूली और एरियर भुगतान की प्रक्रिया अलग से होगी।
- यह कदम उच्च पेंशन की प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाएगा।