- 12/10/2025
महिला बाउंसरों की गुंडागर्दी, युवक का शर्ट उतारकर मारा, Video वायरल

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कुसमुंडा में आउटसोर्सिंग कंपनी के दफ्तर में महिला बाउंसरों द्वारा एक युवक से मारपीट का मामला सामने आया है। मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पीड़ित युवक ने कंपनी पर प्रमोशन न देने का आरोप लगाया है, जबकि कंपनी का दावा है कि वह नशे में धुत था। यह घटना क्षेत्र में कंपनी की महिला बाउंसरों की लगातार बढ़ रही गुंडागर्दी का दूसरा मामला है। स्थानीय संगठनों ने भर्ती पर रोक लगाने की मांग तेज कर दी है।
घटना का विवरण: प्रमोशन विवाद में मारपीट, वीडियो में 3-4 महिलाओं ने घेरा
पीड़ित युवक समीर पटेल ने बताया कि वह जतराज का निवासी है और पिछले तीन वर्षों से नीलकंठ कंपनी में पीसी मशीन हेल्पर के पद पर कार्यरत है। कंपनी ने उसे प्रमोशन देने का वादा किया था, लेकिन बार-बार टालमटोल की जा रही थी। इसी मुद्दे को लेकर वह शनिवार (11 अक्टूबर) को कंपनी कार्यालय पहुंचा। वहां पहुंचते ही 3-4 महिला बाउंसरों ने उसके साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिलाएं ‘लेडी बाउंसर आर्मी’ लिखी टी-शर्ट पहने हुए हैं। उन्होंने युवक को घेर लिया, मुक्के मारे, थप्पड़ जड़े और आखिर में उसकी शर्ट पकड़कर खींचते हुए बाहर ले गईं।
समीर ने कहा, “मैं सिर्फ प्रमोशन की बात करने गया था, लेकिन बिना सुने उन्होंने मुझे पकड़ लिया। यह सब कंपनी के इशारे पर हुआ।” वीडियो के वायरल होने के बाद समीर पर ही मारपीट का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पीड़ित का कहना है कि कंपनी उसे परेशान कर रही है और वह न्याय की उम्मीद कर रहा है।
कंपनी का पक्ष: ‘युवक नशे में था, पहले उसने हमला किया’
नीलकंठ कंपनी के अधिकारियों ने घटना पर सफाई दी है। उन्होंने दावा किया कि समीर पटेल नशे के आगोश में था और कार्यालय में घुसकर हंगामा मचाने लगा। कंपनी प्रबंधन के अनुसार, “उसने पहले ही हमला किया, तब बाउंसरों ने खुद का बचाव किया।” अधिकारियों ने कहा कि कंपनी में सुरक्षा के लिए बाउंसर रखे जाते हैं और कोई गलती नहीं हुई। हालांकि, वीडियो में ऐसा कोई दृश्य नहीं दिख रहा जहां युवक पहले आक्रामक हो। कंपनी ने पीड़ित पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
दूसरी घटना: 25 दिन पहले भूस्थापित महिलाओं पर बदतमीजी
यह कोरबा जिले में नीलकंठ कंपनी की महिला बाउंसरों की गुंडागर्दी का दूसरा मामला है। लगभग 25 दिन पहले (16 सितंबर 2025) भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कंपनी की महिला बाउंसरों ने SECL कुसमुंडा खदान के जीएम कार्यालय के बाहर धरना दे रही भूस्थापित महिलाओं के साथ अभद्रता की थी।
संगठनों का विरोध: भर्ती पर रोक की मांग, पत्र सौंपा
घटनाओं के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना (सीकेएस) ने कंपनी को पत्र लिखकर महिला बाउंसरों की भर्ती पर पूर्ण रोक लगाने की मांग की है। संगठन के प्रवक्ता ने कहा, “ये महिलाएं ‘आर्मी’ की टी-शर्ट पहनकर तिरंगे का अपमान कर रही हैं। यह सेना की वर्दी का दुरुपयोग है और छत्तीसगढ़ियों के साथ अन्याय।” सीकेएस ने स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने और बाहरी गुंडों को हटाने की मांग की।