• 28/04/2025

नेहा सिंह राठौर को हो सकती है 7 साल की सजा, राजद्रोह, राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा सहित इन 11 धाराओं पर FIR दर्ज, क्या है पूरा मामला?

नेहा सिंह राठौर को हो सकती है 7 साल की सजा, राजद्रोह, राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा सहित इन 11 धाराओं पर FIR दर्ज, क्या है पूरा मामला?

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भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले पर सोशल मीडिया पर कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में राजद्रोह सहित 11 गंभीर धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता अभय प्रताप सिंह ने दावा किया है कि नेहा की पोस्ट राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा हैं और धार्मिक आधार पर समुदायों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश करती हैं। इस मामले ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है।

क्या है मामला?

22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। जांच में सामने आया कि लश्कर-ए-तैयबा के विंग ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ने धर्म पूछकर गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया। इस हमले के बाद नेहा सिंह राठौर ने अपने X हैंडल (@nehafolksinger) पर 23 और 25 अप्रैल को पोस्ट और वीडियो साझा किए। इनमें उन्होंने मोदी सरकार पर हमले को बिहार चुनाव के लिए “प्रचार” बनाने का आरोप लगाया और कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “राष्ट्रवाद के नाम पर बनी सरकारों से आतंकी हमलों पर सवाल क्यों नहीं पूछा जाना चाहिए? क्या छप्पन इंच की छाती और लाल आँखों वाले प्रधानमंत्री सवालों से परे हैं?”

शिकायतकर्ता अभय प्रताप सिंह ने दावा किया कि नेहा की ये पोस्ट न केवल “देशविरोधी” हैं, बल्कि पाकिस्तानी मीडिया द्वारा भारत के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। FIR में कहा गया है कि एक पाकिस्तानी पत्रकारों के समूह ने नेहा का वीडियो रीपोस्ट किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार पहलगाम हमले का इस्तेमाल वोट के लिए करेगी, जैसा कि 2019 के पुलवामा हमले के बाद हुआ था।

कौनसी धाराएं लगीं?
लखनऊ पुलिस ने नेहा सिंह राठौर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की निम्नलिखित 11 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है:

  • धारा 152: देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाली गतिविधियां (राजद्रोह)।
  • धारा 196(1)(a): विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता, घृणा या वैमनस्य को बढ़ावा देना।
  • धारा 196(1)(b): धर्म, जाति आदि के आधार पर समुदायों के बीच तनाव पैदा करना।
  • धारा 351(2): आपराधिक बल प्रयोग से सामाजिक अशांति पैदा करना।
  • धारा 353(2): सार्वजनिक शांति भंग करने की मंशा से उकसावे वाली सामग्री प्रसारित करना।
  • धारा 147: दंगा भड़काने की कोशिश।
  • धारा 297: राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियां।
  • धारा 299: जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना।
  • धारा 302: सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की मंशा से कार्य करना।
  • धारा 349: राष्ट्रीय सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली गतिविधियां।
  • सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT एक्ट), 2000 की धारा 66: इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करना।

FIR में यह भी कहा गया है कि नेहा की पोस्ट ने कवि समुदाय और देश की छवि को धूमिल किया है।

आरोप क्या हैं?

  • राष्ट्रीय एकता को खतरा: शिकायत में कहा गया है कि नेहा की पोस्ट ने धार्मिक आधार पर समुदायों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की, जो राष्ट्रीय अखंडता के लिए खतरा है।
  • पाकिस्तान में प्रचार: उनकी पोस्ट और वीडियो को पाकिस्तानी मीडिया ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया, जिससे उनकी मंशा पर सवाल उठे।
  • आतंकवाद को हल्का करना: पहलगाम हमले में मारे गए लोगों पर सवाल उठाकर नेहा ने पीड़ितों के प्रति असंवेदनशीलता दिखाई और सामाजिक अशांति फैलाने की कोशिश की।
  • सांप्रदायिक तनाव भड़काने का प्रयास: पोस्ट में कथित तौर पर ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया गया, जो एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ उकसा सकती थी।

नेहा का जवाब

नेहा सिंह राठौर ने FIR के बाद X पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं एक मामूली लड़की हूं, फिर भी मेरी आवाज से सत्ता डरती है। मैंने सिर्फ सरकार से सवाल पूछे, जो मेरा हक है।” उन्होंने दावा किया कि उनकी पोस्ट को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और वह आतंकवाद के खिलाफ हैं। नेहा ने कहा कि वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगी और सच सामने आएगा।

सियासी प्रतिक्रियाएं

  • बीजेपी: बीजेपी ने नेहा के बयान को “आतंकवादियों का समर्थन” और “देशविरोधी” करार दिया। यूपी बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, “जब देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, तब नेहा जैसे लोग पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।”
  • कांग्रेस और सपा: कांग्रेस ने इस मामले से दूरी बनाई, जबकि समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि यह “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला” है। उन्होंने सरकार पर “विपक्ष की आवाज दबाने” का आरोप लगाया।
  • सोशल मीडिया पर बवाल: X पर #NehaRathore और #PahalgamTerrorAttack ट्रेंड कर रहे हैं। कुछ यूजर्स ने नेहा को “देशद्रोही” कहा, जबकि अन्य ने उनके सवालों को जायज ठहराया।

पहले भी विवादों में रही हैं नेहा

नेहा सिंह राठौर अपनी भोजपुरी गीतों और राजनीतिक व्यंग्य के लिए जानी जाती हैं। उनके गाने “बिहार में का बा?”, “यूपी में का बा?”, और “एमपी में का बा?” ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं। 2023 में मध्य प्रदेश के पेशाब कांड पर उनकी पोस्ट और गाने को लेकर भी FIR दर्ज हुई थी। वह अक्सर बीजेपी सरकार की आलोचना करती रही हैं, जिसके चलते उन पर “वामपंथी झुकाव” के आरोप लगते हैं।

कानूनी स्थिति

हजरतगंज थाने के SHO विक्रम सिंह ने बताया कि मामला गंभीर है और जांच शुरू हो गई है। साइबर सेल नेहा की पोस्ट और उनके पाकिस्तानी मीडिया में वायरल होने की जांच कर रही है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि धारा 152 (राजद्रोह) के तहत सजा 7 साल तक हो सकती है, लेकिन यह मामला सबूतों और अदालती प्रक्रिया पर निर्भर करेगा।