• 31/01/2023

BREAKING: रामकृष्ण, बालाजी सहित 5 अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, भारी-भरकम जुर्माने के साथ 1 साल का निलंबन, ये है मामला

BREAKING: रामकृष्ण, बालाजी सहित 5 अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, भारी-भरकम जुर्माने के साथ 1 साल का निलंबन, ये है मामला

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रायपुर। स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी रायपुर और बिलासपुर के 5 बड़े हॉस्पिटलों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पांचों अस्पतालों के खिलाफ निलंबन और अर्थदंड की कार्रवाई की गई है। आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत पंजीकृत अस्पतालों का ऑनलाईन सिस्टम के माध्यम से उपचार लेने वाले मरीजों का ऑडिट किया जाता है। विगत दिनों इस ऑडिट के दौरान कुछ अनुबंधित निजी अस्पतालों में गड़बड़ियां पाई गई थी। ऐसे रायपुर व बिलासपुर के पांच अस्पतालों के खिलाफ निलंबन व अर्थदण्ड की कार्यवाही की गई है।

संचालक स्वास्थ्य सेवायें सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना राज्य नोडल एजेंसी रायपुर के द्वारा ऑडिट में गड़बड़ी पाये जाने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश जारी कर दिये गये हैं। नवापारा रायपुर का अंजली नर्सिंग होम, माहेर हॉस्पिटल व शॉह नर्सिंग होम व बिलासपुर का श्रीबालाजी हॉस्पिटल के साथ रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के खिलाफ कार्यवाही की गई है।

यह हुई कार्रवाई

बिलासपुर के श्रीबालाजी हॉस्पिटल को एक साल के लिये निलंबित, नवापारा रायपुर के अंजली नर्सिंग होम के खिलाफ 3 लाख का अर्थदण्ड व एक साल का निलंबन, नवापारा रायपुर के ही माहेर हॉस्पिटल के खिलाफ 5 लाख का अर्थदण्ड व एक साल का निलंबन, नवापारा रायपुर के ही शॉह नर्सिंग होम के खिलाफ 3 लाख का अर्थदण्ड व एक साल के निलंबन की कार्यवाही हुई है। इसके अलावा रायपुर पचपेड़ी नाका स्थित रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के खिलाफ योजनांतर्गत उपचारित मरीजों से अतिरिक्त राशि लिये जाने के मामले में राशि 6,16,834 का अर्थदण्ड लिया गया है साथ ही इतनी ही राशि संबंधित मरीजों को वापस दिलायी गई है।

टोल फ्री नंबर में करें शिकायत

योजनांतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में किसी भी तरह की दिक्कत होने पर मरीज या उसके परिजन सीधे टोल फ्री नंबर 104 या 14555 में शिकायत कर सकते हैं। शिकायत के आधार पर त्वरित कार्यवाही की जाती है. 1 इसके अलावा उपचारित मरीजों की ऑनलाइन वेयर से उपलब्ध डेटा का ऑडिट भी लगातार संबंधित चिकित्सकों के द्वारा किया जाता रहता है इसके आधार पर भी राज्य नोडल एजेंसी रायपुर द्वारा समय समय पर कार्यवाही की जाती है जिससे मरीजों को निःशुल्क व समुचित उपचार मिल सके