- 19/04/2025
CBI ने रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और आलोक शुक्ला के खिलाफ दर्ज की FIR, पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को भी नान घोटाला केस में बनाया आरोपी


छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों आलोक शुक्ला, अनिल टुटेजा और पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई घोटाले की जांच को प्रभावित करने, दस्तावेजों में हेरफेर और गवाहों पर दबाव डालने के गंभीर आरोपों के आधार पर की गई है।
सीबीआई के अनुसार, आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा ने अपनी सरकारी स्थिति का दुरुपयोग कर सतीश चंद्र वर्मा को अनुचित लाभ पहुंचाया। आरोप है कि वर्मा ने उच्च न्यायालय में अनुकूल जवाब दाखिल कर शुक्ला और टुटेजा को अग्रिम जमानत दिलाने में मदद की। इसके अलावा, तीनों पर गवाहों को धमकाने और उनके बयान बदलवाने का भी आरोप है। सीबीआई ने छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए हैं, जो जांच को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
नान घोटाला खराब गुणवत्ता वाले चावल, नमक और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से जुड़ा है, जिसके कारण राज्य को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। यह मामला पूर्ववर्ती भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार (2018-2023) के दौरान प्रभावशाली अधिकारियों द्वारा जांच को बाधित करने के आरोपों के कारण भी चर्चा में रहा है।
सीबीआई की इस कार्रवाई से मामले में नया मोड़ आ गया है और राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। जांच एजेंसी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं। इस बीच, आरोपी अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।