- 14/05/2025
Good News: PAK ने BSF के जवान को छोड़ा, 20 दिन बाद शॉ वापस लौटा वतन


भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक सकारात्मक घटनाक्रम में पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को 20 दिन की हिरासत के बाद रिहा कर दिया। शॉ बुधवार को अटारी-वाघा सीमा के रास्ते भारत लौट आए, जिसे भारत की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
23 अप्रैल 2025 को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी के दौरान 28 वर्षीय पीके शॉ गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे। इसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। यह घटना ऐसे समय हुई जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी, के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया।
बीएसएफ ने शॉ की वापसी पर प्रेस रिलीज जारी कर कहा, “आज कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ अटारी-वाघा सीमा के रास्ते भारत लौट आए हैं। 23 अप्रैल 2025 को ड्यूटी के दौरान वे गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे। उनकी रिहाई के लिए बीएसएफ और अन्य चैनलों के जरिए लगातार प्रयास किए गए।” बीएसएफ ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर से उपजे तनाव का शॉ की रिहाई पर कोई असर नहीं पड़ा।
पश्चिम बंगाल के निवासी पीके शॉ की पत्नी रजनी साहू इस दौरान अपनी परेशानी के बावजूद सक्रिय रहीं। वे पति की रिहाई के लिए चंडीगढ़ पहुंचीं और बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की। उनकी मेहनत और बीएसएफ के अथक प्रयासों से शॉ की सुरक्षित वापसी संभव हुई। अटारी-वाघा सीमा पर शॉ का उनके परिवार और बीएसएफ अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मेडिकल जांच के बाद उन्हें जल्द ही गृहनगर भेजा जाएगा।