- 09/04/2024
21 साल बाद अब खत्म हुआ श्रीराम का वनवास, CRPF ने खोले मंदिर का कपाट..गांव में दौड़ी खुशियों की लहर
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भक्तों को जहां 500 सालों का इंतजार करना पड़ा वैसा ही सुकमा के गांव वालों को अपने गांव में बने प्रभु राम के मंदिर में दर्शन करने इंतजार करना पड़ा।
ये घटना है नक्सली दंश झेल रहे सुकमा जिले में लखापाल और केरलापेंदा गांव की।जहां राम मंदिर के कपाट खुलने के लिए भक्तों को 21 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा।
सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित लखापाल व केरलापेंदा गांव में करीब 5 दशक पहले राम मंदिर बनवाया गया। मंदिर में प्रभु राम, सीता व लक्ष्मण की संगमरमर की मूर्तियों की स्थापना की गई।लेकिन धीरे धीरे नक्सलवाद के बढ़ते प्रकोप के कारण 2003 में गांव में स्थित राम मंदिर में पूजा पाठ बंद करवा दिया।
केरलापेंदा गांव में एरिया डॉमिनेशन के दौरान जवानों ने जीर्णशीर्ण अवस्था में मंदिर देखा। गांव वालों ने पूछताछ में बताया कि काफी ऐतिहासिक मंदिर है जहां पहले मेला भी लगता था। ग्रामीणों ने ये भी बताया कि नक्सलियों ने मंदिर को बंद करवा दिया।
गांव वालों ने सीआरपीएफ के जवानों से मंदिर खुलवाने का आग्रह किया।जिसके बाद जवान इस काम में लग गए। सोमवार को मंदिर के कपाट 21 साल बाद खोले गए मंदिर में पूजा अर्चना की गई। इस दौरान काफी संख्या में गांव वाले भी शामिल हुए।
साल 2003 में नक्सलियों ने मंदिर में तोड़फोड़ की और इसे बंद करवा दिया। मंदिर में पूजा करने वाला परिवार चोरी छिपे पूजा करने लगा। कैंप लगने के बाद ग्रामीणों में काफी उत्साह आया।गांव वालों ने सीआरपीएफ से मंदिर का पुनर्त्थान करने का आग्रह किया।