• 12/08/2025

रायपुर में 15 लाख की लूट निकली फर्जी, अब बुरा फंसा कारोबारी.. क्यों गढ़ी कहानी? पुलिस ने किया खुलासा

रायपुर में 15 लाख की लूट निकली फर्जी, अब बुरा फंसा कारोबारी.. क्यों गढ़ी कहानी? पुलिस ने किया खुलासा

रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र में सोमवार, 11 अगस्त को कारोबारी चिराग जैन (27) द्वारा दर्ज कराई गई 15 लाख रुपये की लूट की शिकायत झूठी निकली। पुलिस की गहन जांच और सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल के बाद खुलासा हुआ कि कारोबारी ने शेयर बाजार (MCX) में हुए भारी नुकसान और कर्जदारों से बचने के लिए लूट की फर्जी कहानी गढ़ी थी। रायपुर पुलिस अब चिराग जैन के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करने और पुलिस को गुमराह करने के लिए केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

लूट की झूठी शिकायत

रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लाल उम्मेद सिंह ने सिविल लाइन के पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चिराग जैन ने 11 अगस्त को पंडरी थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह कांपा-डब्ल्यूआरएस रोड से मंडी गेट होते हुए अपनी दुकान जा रहा था। इस दौरान मोवा ओवरब्रिज के नीचे मंडी गेट फाटक के पास तीन लुटेरों ने उसकी कार रोकी और 15 लाख रुपये नकद व दो अंगूठियां लूट लीं।

चिराग ने दावा किया था कि तीन बाइक सवार लुटेरों में से एक नकाबपोश था। दो लुटेरे कार के पास आए, बात करने के बहाने शीशा नीचे करवाया और कार का लॉक खोलकर बैग में रखा कैश व अंगूठियां लूटकर फरार हो गए।

सीसीटीवी फुटेज ने खोली पोल

शिकायत के बाद पंडरी पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (ACCU) की संयुक्त टीम ने तत्काल जांच शुरू की। वालफोर्ट सिटी से मंडी गेट तक 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, लेकिन चिराग के बताए गए लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने चिराग की बैंक डिटेल्स की जांच की, जिसमें हाल के दिनों में कोई बड़ा ट्रांजेक्शन भी नहीं दिखा। इससे पुलिस का शक गहराया।

पूछताछ में टूटा कारोबारी

पुलिस ने चिराग जैन से दोबारा सख्ती से पूछताछ की, तो वह बयान बदलने लगा। अंततः उसने स्वीकार किया कि उसने शेयर बाजार में भारी नुकसान उठाया था और कर्जदारों के दबाव से बचने के लिए लूट की झूठी कहानी बनाई। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर लूट का दावा किए गए पैसे भी बरामद कर लिए।

कारोबारी पर होगी कार्रवाई?

एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि चिराग जैन की शिकायत पूरी तरह झूठी पाई गई। पुलिस अब उसके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करने और जांच को गुमराह करने के लिए IPC की धारा 182 (झूठी जानकारी देना) के तहत केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है।