- 04/03/2025
सेक्स सीडी कांड: पूर्व CM भूपेश बघेल को CBI कोर्ट ने सभी आरोपों से किया बरी, कहा- मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं


छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सीबीआई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया है। कोर्ट ने सभी धाराएं हटाते हुए कहा कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं है। मामले की अगली सुनवाई 4 अप्रैल को होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विनोद वर्मा और कैलाश मुरारका मंगलवार को रायपुर में विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश हुए। जहां कोर्ट ने उन्हें बड़ी राहत देते हुए उन्हें सभी आऱोपों से बरी कर दिया। मामले के बाकि आरोपियों पर अभी कोई फैसला नहीं आया है। कोर्ट के फैसले के बाद बघेल ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सत्यमेव जयते लिखा।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें 27 अक्टूबर 2017 में एक सेक्स सीडी सामने आई थी। तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर मीडिया कर्मियों को सीडी बांटी थी। जिसमें कांग्रेस नेता ने दावा किया था कि सेक्स सीडी तत्कालीन भाजपा सरकार के एक मंत्री राजेश मूणत की है। हालांकि बाद में खुलासा हुआ था कि अश्लील फिल्म में छेड़छाड़ कर मूणत का चेहरा अलग से लगाया गया था। मामले में रायपुर के सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज किया गया।
मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने खुलासा किया था कि विनोद वर्मा की गिरफ्तारी के साथ ही बड़े पैमाने पर सेक्स सीडी बरामद किया गया।
तत्कालीन बीजेपी की सरकार ने मामले को सीबीआई के सुपुर कर दिया था। मामले में सीबीआई ने भूपेश बघेल और विनोद वर्मा के अलावा बघेल के करीबी और व्यावसायी विजय भाटिया, रिंकू खनूजा, विजय पंड्या और कैलाश मुरारका को आरोपी बनाया था। मामले के एक आरोपी रिंकू खनूजा की संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है।
सितंबर 2018 में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी गिरफ्तार किया था। भूपेश बघेल पर साजिश रचने का आरोप था।
मामले में सीबीाई ने खुलासा किया था कि रिंकू खनूजा और विजय पांड्या ने सीडी बनवाई थी। 14 अगस्त 2017 को रिंकू खनूजा, विजय पांड्या और कैलाश मुरारका मुंबई गए थे। वहां मानस साहू के स्टूडियो में अश्लील सीडी तैयार कराई गई। इसके लिए मानस साहू को 95 हजार रुपये का भुगतान किया गया था। इसके बाद मुरारका ने इस सीडी को गाजियाबाद में पत्रकार विनोद वर्मा को दिया था।
जिसके बाद विनोद वर्मा और कैलाश मुरारका ने तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल से दिल्ली के एक होटल में मुलाकात की थी।