• 22/07/2025

Rape-murder: धर्मस्थल में 100 से ज्यादा लड़कियों की रेप के बाद हत्या और दफनाने का दावा, पूर्व सफाई कर्मी की शिकायत पर SIT जांच शुरू, जानें क्या है पूरा मामला

Rape-murder: धर्मस्थल में 100 से ज्यादा लड़कियों की रेप के बाद हत्या और दफनाने का दावा, पूर्व सफाई कर्मी की शिकायत पर SIT जांच शुरू, जानें क्या है पूरा मामला

कर्नाटक के एक प्रमुख धर्मस्थल में 1998 से 2014 के बीच महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार, हत्या और उनके शवों को दफनाने के गंभीर आरोपों ने देश को हिलाकर रख दिया है। एक पूर्व सफाई कर्मी ने दावा किया कि उसे मंदिर प्रशासन के दबाव में सैकड़ों शवों को दफनाने या जलाने के लिए मजबूर किया गया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने डीजीपी (आंतरिक सुरक्षा) प्रणब मोहंती के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसमें वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एमएन अनुचेथ, सौम्यलता, और जेके दयामा शामिल हैं।

पूर्व सफाई कर्मी का सनसनीखेज दावा

धर्मस्थल के मंजुनाथ मंदिर में 1995 से 2014 तक सफाई कर्मी के रूप में कार्यरत एक दलित व्यक्ति ने 3 जुलाई 2025 को धर्मस्थल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की। उसने आरोप लगाया कि उसे 1998 से 2014 तक सैकड़ों महिलाओं और नाबालिगों के शवों को दफनाने या जलाने के लिए मजबूर किया गया, जिनके शरीर पर यौन उत्पीड़न और हिंसा के स्पष्ट निशान थे। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसे अपने सुपरवाइजरों द्वारा धमकी दी गई कि अगर उसने इनकार किया तो उसे और उसके परिवार को मार दिया जाएगा। उसने कहा, “मुझे कहा गया कि मेरे पूर्ववर्ती को भी ऐसा ही करारा जवाब मिला था।”

उसने कई भयावह घटनाओं का जिक्र किया, जिनमें 2010 में एक 12-15 वर्षीय स्कूली छात्रा का शव शामिल था, जिसकी स्कूल यूनिफॉर्म में दफनाने का आदेश दिया गया। एक अन्य मामले में, 20 वर्षीय महिला का चेहरा तेजाब से जलाया गया था और उसे अखबार में लपेटकर डीजल से जलाने को कहा गया। उसने यह भी बताया कि बेघर पुरुषों और भिखारियों की हत्याएं भी हुईं, जिनके शव जंगली क्षेत्रों में दफनाए गए।

शिकायत और कार्रवाई की टाइमलाइन

  • 22 जून 2025: वकील ओजस्वी गौड़ा और सचिन देशपांडे ने सफाई कर्मी से मुलाकात की, जिसने कब्रों की पहचान करने और अपराधों को उजागर करने की इच्छा जताई।
  • 27 जून 2025: बेंगलुरु के वकीलों का एक समूह दक्षिण कन्नड़ पुलिस अधीक्षक से मिला और जांच की मांग की।
  • 3 जुलाई 2025: सफाई कर्मी ने पुलिस को लिखित शिकायत दी, जिसमें फोटोग्राफिक सबूत और पुरानी कर्मचारी आईडी शामिल थी।
  • 4 जुलाई 2025: धर्मस्थल पुलिस ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 211(ए) के तहत FIR दर्ज की।
  • 11 जुलाई 2025: शिकायतकर्ता ने बेल्थांगडी कोर्ट में कंकाल के अवशेष पेश किए, दावा किया कि उसने इन्हें एक कब्र से निकाला।
  • 14 जुलाई 2025: कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पत्र लिखकर SIT गठन की मांग की।
  • 15 जुलाई 2025: सुजाता भट्ट ने अपनी बेटी अनन्या भट्ट, जो 2003 में धर्मस्थल में लापता हुई थी, के संबंध में शिकायत दर्ज की।
  • 16 जुलाई 2025: वकीलों ने याचिका दायर कर गोपनीय बयानों के यूट्यूबर को लीक होने की शिकायत की।
  • 17-18 जुलाई 2025: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और जिला प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
  • 19 जुलाई 2025: कर्नाटक सरकार ने SIT का गठन किया, जिसे सभी संदिग्ध मौतों, गुमशुदगी, और यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच का जिम्मा सौंपा गया।
  • 20 जुलाई 2025: श्री क्षेत्र धर्मस्थल ने SIT जांच का स्वागत करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।

महिला आयोग ने 20 सालों में लापता छात्राओं और  महिलाओं की लिस्ट मांगी

इस मामले ने 2012 के सौजन्या बलात्कार और हत्या के अनसुलझे मामले को फिर से सुर्खियों में ला दिया, जिसमें पुलिस की निष्क्रियता और प्रभावशाली लोगों के हस्तक्षेप के आरोप लगे थे। सुजाता भट्ट, जिनकी बेटी अनन्या 2003 में लापता हुई थी, ने भी शिकायत दर्ज की, यह दावा करते हुए कि उनकी बेटी पीड़िताओं में शामिल हो सकती है। कर्नाटक राज्य महिला आयोग ने पिछले 20 वर्षों में धर्मस्थल में लापता महिलाओं और छात्राओं की सूची मांगी है।

मंदिर प्रशासन का रुख

श्री क्षेत्र धर्मस्थल के प्रवक्ता के. परश्वनाथ जैन ने कहा, “हम SIT के गठन का स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह उच्च स्तरीय जांच सच्चाई को सामने लाएगी।” हालांकि, मंदिर प्रशासन से जुड़े प्रभावशाली हेगड़े परिवार पर सवाल उठ रहे हैं, जिनका क्षेत्र में धार्मिक और सामाजिक प्रभाव है।