• 24/10/2024

पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों की हड़ताल, 1 लाख 80 हजार से टीचरों ने खोला मोर्चा

पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों की हड़ताल, 1 लाख 80 हजार से टीचरों ने खोला मोर्चा

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छत्तीसगढ़ के करीब 1 लाख 80 हजार शिक्षक आज सामूहिक अवकाश लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर हैं। वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, समयमान, पदोन्नति, पेंशन समेत अपनी मांगों को लेकर शिक्षक जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे। वहीं शिक्षकों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले यह प्रदर्शन हो रहा है।

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शिक्षकों का कहना है कि संविलियन के बाद उनकी सालों पुरानी सेवा को शून्‍य किया गया है। इससे शिक्षकों में आक्रोश व्‍याप्‍त है। इसके चलते त्रिस्तरीय क्रमोन्नति, समयमान वेतनमान से वंचित हो गए हैं। साथ ही ओल्‍ड पेंशन स्‍कीम का लाभ नहीं मिल पाएगा। इतना ही नहीं ग्रेज्युटी, कैशलीव जैसी सुविधाओं में भी आंशिक लाभ मिलेगा। पुरानी सेवा गणना नहीं होने से वेतन विसंगतियां भी शिक्षक एल बी संवर्ग के वेतनमान में आने से शिक्षकों में आक्रोश है।

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ये हैं 5 मांगें ?

  1. वेतन विसंगति को दूर हो, सभी एलबी संवर्ग को क्रमोन्नत वेतनमान
  2. पुनरीक्षित वेतनमान में सही वेतन का निर्धारण और 1.86 के गुणांक पर वेतन का निर्धारण
  3. पूर्व सेवा अवधि की गणना हो, सभी शिक्षक को पुरानी पेंशन का निर्धारित करें
  4. पात्र शिक्षकों की क्रमोन्नति समयमान विभागीय आदेश जारी हो।
  5. शिक्षक और कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्ता

शिक्षकों का कहना है कि वेतन विसंगति को दूर करने की बात मोदी गारंटी में वर्तमान सरकार ने खुद अपने संकल्प पत्र में लिखा है। ऐसे में अपनी इन्ही मांगो को लेकर प्रदेश के शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रदेश के शिक्षकों में संविलियन के बाद उनकी वर्षो की पुरानी सेवा को शून्य किये जाने से बड़ी नाराज़गी है, इसके कारण उन्हें कर्मचारियों को मिलने वाले त्रिस्तरीय क्रमोन्नति/ समयमान वेतनमान से वंचित होनाप्रदर्शनकारी शिक्षकों का दावा है कि पूरे प्रदेश में शिक्षक से लेकर प्राचार्य तक के लगभग 30 हज़ार पद रिक्त पड़े हुए हैं। जिसमें सरकार के द्वारा आज तक कोई भी भर्ती नहीं हुई है।