- 30/11/2022
हेल्थ मिनिस्टर के जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का है ये हाल, 3 घंटे तक बेड नहीं मिलने से तड़पते रही गर्भवती, प्रसव के लिए पैसों की डिमांड, मां-बच्चे की मौत
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां के स्टाफ पर कई गंभीर आरोप भी लगे हैं। आरोप है कि प्रसव के लिए पहुंची महिला को पहले बेड नहीं दिया गया। प्रसव के लिए पैसे मांगे गए। परिजनों ने जैसे तैसे पैसों का इंतजाम किया तब जाकर डिलीवरी शुरु की गई लेकिन मां-बच्चे की तब तक मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में रहने वाली सुबुक तारा को जिला अस्पताल द्वारा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। महिला अपने पति और दो बच्चों के साथ अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज पहुंची। आरोप है कि 3 घंटे तक उन्हें यहां बेड ही नहीं मिला। जिसकी वजह से सुबुक तारा अस्पताल परिसर में ही तड़पते पड़े रही। इस दौरान उसकी तबियत बिगड़ गई।
पति का आरोप है कि बार-बार मिन्नत करने के बाद जब बेड मिला भी तो उसे कोई इलाज नहीं मिला। देर रात अस्पताल के स्टाफ ने पैसों की डिमांड कर दी। मिन्नतें करने के बाद कि पैसे बाद में दे देगा लेकिन स्टाफ का दिल नहीं पसीजा। बगैर पैसे के डिलीवरी करने से इंकार कर दिया।
जैसे-तैसे पैसों का इंतजाम किया तक जाकर डिलीवरी की प्रक्रिया शुरु की गई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। मां-बच्चे दोनों ने दम तोड़ दिया। पत्नी और बच्चे की मौत के बाद पति ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया।
इस पूरे मामले में अस्पताल की सहायक अधीक्षक का बयान सामने आया है। उन्होंने आरोपों की जांच कराए जाने की बात कही है। साथ ही कहा है कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।