- 31/07/2024
अब घर बैठे होगा इलाज, जनता तक पहुंचेंगी दवाएं, नहीं लगाने होंगे अस्पताल के चक्कर
अक्सर अस्पतालों के चक्कर लगाते लगाते लोगों की आधी उम्र गुजर जाती है, लेकिन ना ही बीमारी ठीक होती है और ना ही राहत मिल पाती है। ऐसे में अब मध्य प्रदेश की सरकार स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों के घर तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है। अब मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं लगते होंगे, बल्कि घर पर ही बीमारियों का इलाज हो सकेगा।
दरअसल मध्य प्रदेश में अब ऐसा होने वाला है घर में ही जांच होगी और निशुल्क दवाइयां भी मिलेंगी। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए तैयारियां तेज कर दी हैं
एमपी में अब मरीजों को इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने होंगे, बल्कि उनके घर पर ही बीमारियों का इलाज किया जा सकेगा। इसके तहत यदि आप बीमार पड़ते हैं, तो डाक्टर खुद आपका इलाज करने के लिए आपके पास आएगा। घर में ही आपकी जांच होगी और दवाईयां भी निशुल्क मिलेंगी। हालांकि गंभीर बीमारियों का इलाज अस्पताल में ही होगा।
गौरतलब है कि होम्योपैथी चिकित्सालय भोपाल के अधिकारियों ने आयुष विभाग को पत्र लिखा था। जिसे विभाग ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। अब इसको लेकर रणनीति तैयार की जा रही है. हालांकि अभी इस सुविधा के शुरू होने में 7 से 8 महीने का समय लग सकता है।
हेल्थ किट में क्या होगा?
आयुष विभाग की तरफ से दी जाने वाली किट में 25 प्रकार की दवाईयां होंगी। इसमें बच्चों, बुजर्ग और महिलाओं तक की बीमारियों का इलाज हो सकेगा। होम्योपैथी दवाईयां वितरण का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा और उषा कार्यकर्ताओं के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए मरीजों से कोई धनराशि नहीं ली जाएगी।