- 17/08/2024
बेटी को न्याय दिलाने के लिए डॉक्टर्स की हड़ताल जारी, छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्य सेवाएं ठप, परेशान हो रहे मरीज


कोलकाता में डॉक्टर से रेप और मर्डर केस से देश भर के डॉक्टर का गुस्सा फूट पड़ा है। छत्तीसगढ़ में इस वक्त 4500 से ज्यादा डॉक्टर हड़ताल पर हैं। ओपीडी सेवाएं बंद हैं। मरीज ऐसे में परेशान हो रहे हैं। डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवाओं पर बेहद बुरा असर पड़ रहा है। हालांकि डॉक्टर्स ने इमरजेंसी सेवाओं को हड़ताल से इतर रखा है।
छत्तीसगढ़ में बस्तर से रायपुर, सरगुजा से बिलासपुर और गरियाबंद से दुर्ग तक डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज छोड़कर विरोध प्रदर्शन का रुख अख्तियार कर लिया। शनिवार को प्रदेश के साढ़े चार हजार से ज्यादा डॉक्टर्स हड़ताल पर उतर गए। इससे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ा। डॉक्टरों ने इस केस के आरोपी को सजा देने की मांग की है। इसके साथ ही डॉक्टरों और हेल्थ वर्करों के सुरक्षा की भी मांग डॉक्टरों ने की है। कोलकाता रेप की घटना को लेकर डॉक्टरों ने विरोध किया।
दरअसल, भारतीय चिकित्सा संघ यानी आईएमए की तरफ से हड़ताल का आव्हान किया गया था। जिसका असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिला। 4500 से ज्यादा सरकारी और निजी डॉक्टर ने अपनी सेवाएं बंद कर दी। ऐसे में मरीज परेशान होते रहे। रविवार सुबह 6 बजे तक आपातकालीन सेवाएं छोड़कर ओपीडी बंद रहेंगे।
इस हड़ताल में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन, इंडियन डेंटल एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन शामिल रहे। इसके अलावा इंडियन फिजियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन, फार्मासिस्ट एसोसिएशन, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और मेडिकल कॉलेजों के छात्रों के साथ-साथ आईएमए रायपुर के सदस्य भी शामिल हुए। इससे पहले शुक्रवार को कोलकाता की घटना के विरोध में डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकाला था।