• 28/04/2025

‘आतंकियों के पास धर्म पूछने का समय नहीं’, पहलगाम अटैक पर एक और कांग्रेस नेता के बिगड़े बोल, 26/11 शहीद हेमंत करकरे पर भी दिया था विवादित बयान

‘आतंकियों के पास धर्म पूछने का समय नहीं’, पहलगाम अटैक पर एक और कांग्रेस नेता के बिगड़े बोल, 26/11 शहीद हेमंत करकरे पर भी दिया था विवादित बयान

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार के एक बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। वडेट्टीवार ने दावा किया कि आतंकियों के पास हमले के दौरान धर्म पूछने का समय नहीं होता, जिससे उन्होंने हमले में हिंदुओं को धार्मिक आधार पर निशाना बनाए जाने की NIA की प्रारंभिक जांच पर सवाल उठाए। इस बयान के बाद बीजेपी ने उन पर तीखा हमला बोला और इसे “आतंकवादियों का बचाव” करार दिया।

वडेट्टीवार ने क्या कहा?

पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। जांच में सामने आया कि लश्कर-ए-तैयबा के विंग ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ के आतंकियों ने लोगों की पहचान पूछकर गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया। इस पर वडेट्टीवार ने कहा, “आतंकवादी धर्म नहीं पूछते। उनके पास इतना समय नहीं होता कि वे लोगों का धर्म जांचें। यह हमला देश की एकता को तोड़ने की साजिश है। सरकार को बताना चाहिए कि सुरक्षा में चूक कैसे हुई।”

उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम हमले का मकसद धार्मिक विभाजन पैदा करना और देश में अस्थिरता लाना है। वडेट्टीवार ने आतंकियों और उनके समर्थकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की, लेकिन उनके “धर्म पूछने” वाले बयान ने विवाद को जन्म दे दिया।

बीजेपी का पलटवार

बीजेपी ने वडेट्टीवार के बयान को “शर्मनाक” और “आतंकवादियों का समर्थन करने वाला” बताया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर लिखा, “जब NIA और चश्मदीदों ने साफ कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हिंदुओं को निशाना बनाया, तब भी कांग्रेस नेता आतंकवादियों का बचाव कर रहे हैं। यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है।”

महाराष्ट्र बीजेपी के नेता अतुल भटखलकर ने कहा, “वडेट्टीवार का बयान पीड़ित परिवारों का अपमान है। महाराष्ट्र के ही अतुल मोने, हेमंत जोशी और संजय लेले की आतंकियों ने धर्म पूछकर हत्या की, लेकिन कांग्रेस इसे नकार रही है।” बीजेपी ने वडेट्टीवार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करने की भी बात कही।

पीड़ित परिवारों का गुस्सा

पहलगाम हमले में मारे गए रायपुर के व्यवसायी दिनेश मिरानिया के रिश्तेदार विनोद अग्रवाल ने वडेट्टीवार के बयान पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “यह हमला हिंदुत्व पर था। आतंकियों ने नाम पूछकर मेरे भाई को मारा। कांग्रेस हमेशा ऐसी राजनीति करती है।”

कांग्रेस ने बनाई दूरी

कांग्रेस ने वडेट्टीवार के बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है। पार्टी प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा, “कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ है और सरकार के हर कदम का समर्थन करती है। वडेट्टीवार का बयान पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है।” पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं, बल्कि आतंकवादियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं को खत्म करने का है।

विवादों से पुराना नाता

वडेट्टीवार का यह पहला विवादास्पद बयान नहीं है। इससे पहले 2024 में उन्होंने 26/11 मुंबई हमले में शहीद एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे की मौत को लेकर दावा किया था कि उनकी हत्या आतंकी कसाब की गोली से नहीं, बल्कि आरएसएस समर्थक पुलिसकर्मी की गोली से हुई थी। उस बयान पर भी उनकी तीखी आलोचना हुई थी।

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। ऐसे में वडेट्टीवार का बयान न केवल राजनीतिक विवाद का कारण बना है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनकी आलोचना हो रही है। हैशटैग #VijayWadettiwar और #PahalgamTerrorAttack ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं।