• 22/05/2025

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ CBI ने दाखिल की चार्जशीट, किरू हाइड्रो प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का आरोप

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ CBI ने दाखिल की चार्जशीट, किरू हाइड्रो प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का आरोप

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और उनके दो निजी सचिवों सहित चार अन्य लोगों के खिलाफ किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला तब का है, जब सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।

किरू प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का आरोप

CBI ने अप्रैल 2022 में इस मामले की जांच शुरू की थी। सत्यपाल मलिक ने विभिन्न साक्षात्कारों और कार्यक्रमों में दावा किया था कि किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार हुआ था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल रहते हुए उन्हें इस प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए रिश्वत का ऑफर मिला था। मलिक के अनुसार, उनके सचिव ने बताया था कि दो फाइलों की मंजूरी के लिए 300 करोड़ रुपये (प्रति फाइल 150 करोड़) का ऑफर था। इस बयान के आधार पर CBI ने 20 अप्रैल, 2022 को चेनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, एक निजी कंपनी और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

जांच में सामने आया कि किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताएं बरती गईं। CBI के अनुसार, इसी आधार पर जांच का दायरा सत्यपाल मलिक तक पहुंचा। मलिक ने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले को ही निशाना बनाया जा रहा है, जबकि असल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही।

चार्जशीट के बाद सत्यपाल मलिक का ट्वीट

चार्जशीट दाखिल होने के बाद सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अपनी खराब स्वास्थ्य स्थिति का जिक्र किया। पोस्ट के साथ साझा की गई तस्वीर में वह अस्पताल के बिस्तर पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा, “नमस्कार साथियों। मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं, जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं। अभी मेरी हालत बहुत खराब है, मैं फिलहाल अस्पताल में भर्ती हूं और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हूं।”

मलिक का रुख और सवाल

सत्यपाल मलिक ने इस मामले में केंद्र सरकार और जांच एजेंसी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले को निशाना बनाना गलत है। इस चार्जशीट ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को और जटिल कर दिया है, जिससे यह मामला और सुर्खियों में आ गया है।