- 20/07/2025
रिश्तों का कत्ल: सौतेले बेटे और बहू ने 40 हजार में कराई मां की हत्या, सुपारी किलर ने रस्सी से घोंटा गला

छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरसींवा थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना ने मां-बेटे के रिश्ते को शर्मसार कर दिया है। यहां सौतेले बेटे भजनलाल (48) और उसकी पत्नी नोनी बाई (45) ने संपत्ति विवाद के चलते 80 वर्षीय बुजुर्ग मां मंझली बाई की हत्या की सुपारी दे दी। गांव के ही दो सुपारी किलरों ने 40 हजार रुपये में रस्सी से गला घोंटकर मंझली बाई की हत्या कर दी। इस जघन्य वारदात में बेटे और बहू ने भी हत्यारों की मदद की। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जमीन हड़पने की साजिश और मां की हत्या
मंझली बाई, पड़रीपाली गांव की निवासी, ने भजनलाल को गोद लिया था और उसकी शादी नोनी बाई से कराई थी। भजनलाल खेती-किसानी करता था, लेकिन लालच में आकर उसने अपनी मां की 6 डिसमिल सड़क किनारे की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए अपने नाम कर लिया। जब मंझली बाई को इसकी जानकारी हुई, उन्होंने इसका विरोध किया और थाने व कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज की। उनकी शिकायतों से परेशान भजनलाल और नोनी बाई ने उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कई बार उन्हें घर से निकाल दिया जाता या खाना नहीं दिया जाता था। मंझली बाई ने हत्या से एक दिन पहले भी भजनलाल के खिलाफ थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
40 हजार में सुपारी, रात में रची खौफनाक साजिश
मंझली बाई की शिकायतों से तंग आकर भजनलाल और नोनी बाई ने उन्हें रास्ते से हटाने की ठान ली। उन्होंने गांव के ही राजा कुर्रे (20) को 40 हजार रुपये की सुपारी दी। राजा ने अपने साथी साजन दास (24) को भी इस हत्याकांड में शामिल किया। 15-16 जुलाई की रात दोनों सुपारी किलर भजनलाल के घर पहुंचे। उस वक्त भजनलाल और नोनी बाई घर में मौजूद थे। सुपारी किलर रस्सी लेकर मंझली बाई के कमरे में घुसे और उनका गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात को छिपाने के लिए वे खिड़की के रास्ते भाग गए ताकि किसी को शक न हो।
पोस्टमॉर्टम ने खोला हत्या का राज
अगली सुबह मंझली बाई की मौत की खबर गांव में फैली। भजनलाल ने इसे सामान्य मौत बताकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गले पर चोट के निशान मिले, जिससे हत्या की पुष्टि हुई। सरसींवा थाना पुलिस ने 19 जुलाई को भजनलाल को हिरासत में लिया और सख्त पूछताछ की। भजनलाल ने जल्द ही अपराध कबूल कर लिया और बताया कि उसने और नोनी बाई ने जमीन हड़पने के लिए राजा कुर्रे और साजन दास को सुपारी दी थी। पुलिस ने चारों आरोपियों—भजनलाल, नोनी बाई, राजा कुर्रे, और साजन दास—को गिरफ्तार कर लिया है।
सवालों के घेरे में पुलिस
स्थानीय ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर पुलिस ने मंझली बाई की पहले की शिकायतों पर कार्रवाई की होती, तो उनकी जान बच सकती थी। ग्रामीणों ने हत्या में और लोगों की संलिप्तता की आशंका जताई है और पुलिस से गहन जांच की मांग की है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि मंझली बाई अपनी जमीन को लेकर लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही थीं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस साजिश में अन्य लोग शामिल थे और क्या सुपारी की रकम का स्रोत कोई अवैध गतिविधि थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी सबूत जुटाए जा रहे हैं, और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।