• 13/08/2025

अब इस बड़े बैंक ने भी दिया झटका, अकाउंट में ₹25,000 मिनिमम बैलेंस जरूरी, नहीं तो लगेगा जुर्माना

अब इस बड़े बैंक ने भी दिया झटका, अकाउंट में ₹25,000 मिनिमम बैलेंस जरूरी, नहीं तो लगेगा जुर्माना

निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने अपने ग्राहकों के लिए बचत खातों की न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस (एमएबी) सीमा में बड़ा बदलाव किया है। बैंक ने घोषणा की है कि 1 अगस्त 2025 से मेट्रो और शहरी शाखाओं में खोले जाने वाले नए बचत खातों के लिए न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस ₹10,000 से बढ़ाकर ₹25,000 कर दिया गया है। यह निर्णय ग्राहकों के लिए आर्थिक बोझ बढ़ा सकता है। इससे पहले, आईसीआईसीआई बैंक ने भी अपनी एमएबी सीमा को ₹10,000 से बढ़ाकर ₹50,000 करने की घोषणा की थी, जिसका ग्राहकों और सोशल मीडिया पर तीखा विरोध हो रहा है।

किन खातों पर लागू होंगे नए नियम?

एचडीएफसी बैंक ने स्पष्ट किया है कि यह नई शर्त केवल मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में 1 अगस्त 2025 के बाद खोले जाने वाले नए बचत खातों पर लागू होगी। सेमी-अर्बन शाखाओं में न्यूनतम बैलेंस ₹5,000 (मासिक औसत) और ग्रामीण शाखाओं में ₹2,500 (तिमाही औसत) की मौजूदा सीमाएं अपरिवर्तित रहेंगी। पुराने खाताधारकों पर पहले की शर्तें ही लागू रहेंगी, जब तक कि बैंक कोई नई अधिसूचना जारी न करे। हालांकि, नए खाताधारकों को ₹25,000 का बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य होगा, अन्यथा जुर्माना लगेगा।

जुर्माने का प्रावधान

बैंक के अनुसार, यदि मेट्रो और शहरी क्षेत्रों के नए खाताधारक ₹25,000 का औसत मासिक बैलेंस बनाए रखने में विफल रहते हैं, तो उन्हें बैलेंस में कमी के आधार पर 6% तक का जुर्माना या अधिकतम ₹600 तक का शुल्क देना होगा। बैंक ने इस बदलाव को खातों की रखरखाव लागत और सेवा गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जरूरी बताया है।

पहले की एमएबी सीमाएं

इस संशोधन से पहले, एचडीएफसी बैंक की न्यूनतम बैलेंस आवश्यकताएं इस प्रकार थीं:

  •  शहरी शाखाएं: ₹10,000 (मासिक औसत)
  •  अर्ध-शहरी शाखाएं: ₹5,000 (मासिक औसत)
  •  ग्रामीण शाखाएं: ₹2,500 (तिमाही औसत)

नया नियम विशेष रूप से मेट्रो और शहरी क्षेत्रों के नए खातों पर लागू है, जबकि अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की सीमाएं यथावत हैं।

‘क्लासिक’ खाताधारकों के लिए विशेष मानदंड

एचडीएफसी बैंक ने अपने ‘क्लासिक’ ग्राहकों के लिए अलग से बैलेंस आवश्यकताएं निर्धारित की हैं। इसके लिए पात्र होने के लिए निम्नलिखित में से कम से कम एक शर्त पूरी करनी होगी:

  •  बचत खाते में ₹1 लाख का औसत मासिक बैलेंस।
  •  चालू खाते में ₹2 लाख का औसत तिमाही बैलेंस।
  •  वेतनभोगी ग्राहकों के लिए, कॉर्पोरेट वेतन खाते में ₹1 लाख या उससे अधिक का मासिक शुद्ध वेतन जमा होना चाहिए।