- 27/08/2025
BJP विधायक ने कलेक्टर पर उठाया हाथ, गालियां भी दी, मचा बवाल, जानें पूरा मामला

मध्य प्रदेश के भिंड जिले में खाद संकट को लेकर उस वक्त बवाल मच गया, जब धरने पर बैठे बीजेपी विधायक ने कलेक्टर के साथ गाली-गलौज करते हुए उन पर हाथ उठा दिया। गनीमत थी कि वहां पर कलेक्टर के सुरक्षा गार्ड बीच में आ गए। घटना बुधवार सुबह कलेक्टर आवास पर उस समय हुई, जब नरेंद्र सिंह कुशवाह जिले में खाद संकट को लेकर धरने पर बैठे थे। इस दौरान कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से उनकी तीखी नोंकझोंक हुई, जिसमें विधायक ने कलेक्टर को चोर तक कह डाला।
क्या है पूरा मामला?
विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर आवास पहुंचे और कलेक्टर से बाहर आकर बातचीत की मांग की। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव जब मुख्य गेट पर आए, तो कुशवाह ने तू-तड़ाक शुरू कर दिया। कलेक्टर ने उंगली दिखाते हुए कहा, “औकात में बात करो,” जिस पर विधायक भड़क गए और मुक्का बांधकर धमकी देने लगे। समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी।
गुस्से में आए कुशवाह ने थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, लेकिन गार्ड ने हस्तक्षेप कर दोनों के बीच गेट पर हाथ रख दिया। विधायक ने कहा, “तू मुझे नहीं जानता, कई बार समझाया फिर भी नहीं माना।” कलेक्टर ने जवाब दिया, “रेत की चोरी नहीं चलने दूंगा,” तो कुशवाह ने पलटकर कहा, “तू सबसे बड़ा चोर है।” कलेक्टर ने ओझा गांव की रेत खदान का जिक्र करना चाहा, लेकिन विधायक फिर आंखें दिखाने लगे और बंगले में घुसने की कोशिश की।
इस बीच, विधायक के गार्ड ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की, लेकिन कुशवाह ने कहा, “प्राइवेट लोगों से वसूली करवा रहे हो, पटवारी भेज दिए।” समर्थकों ने “भिंड कलेक्टर चोर है” के नारे लगाए। कलेक्टर ने समर्थकों को डांटते हुए कहा, “मेरे घर में वीडियो क्यों बना रहे हो?” जिसके बाद समर्थकों ने मोबाइल बंद कर दिए।
खाद संकट का मुद्दा
प्रदर्शन का कारण जिले में खाद की किल्लत है। किसानों का आरोप है कि वे रात 12 बजे से सहकारी समितियों के बाहर लाइन में लगते हैं, लेकिन एक-दो बोरी खाद से ज्यादा नहीं मिल रही। खाद खुले बाजार में महंगे दामों पर उपलब्ध है, जिससे कालाबाजारी की आशंका बढ़ी है। विधायक कुशवाह ने कहा, “किसान बेहाल हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना है। खाद वितरण सही नहीं हो रहा। अगर जल्द व्यवस्था नहीं सुधरी तो आंदोलन उग्र होगा।”
विधायक को समझाने की कोशिश
मौके पर एसपी असित यादव, एएसपी संजीव पाठक और एडीएम एलके पांडेय पहुंचे और विधायक को समझाने की कोशिश की। कुशवाह ने चंबल संभाग के कमिश्नर मनोज खत्री से भी फोन पर बात की और खाद संकट की शिकायत की।
कौन हैं नरेंद्र सिंह कुशवाह?
नरेंद्र सिंह कुशवाह का राजनीतिक इतिहास विवादों से भरा रहा है। 2003 में पहली बार भाजपा से विधायक बने, लेकिन 2008 में टिकट कटने पर समाजवादी पार्टी से लड़े और भाजपा को नुकसान पहुंचाया। 2013 में फिर भाजपा से जीते, लेकिन 2018 में टिकट कटने पर फिर सपा से लड़े। 2023 में भाजपा में वापसी कर तीसरी बार विधायक बने। 9 साल पहले उन्होंने सदन में अपनी ही सरकार को घेरा था, जब सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य पर सवा करोड़ रुपये के घपले का आरोप लगाया था।