- 24/08/2024
‘दुर्ग एसपी सबसे बड़े गुंडे हैं’, पुलिस कप्तान पर क्यों भड़के पूर्व CM भूपेश बघेल? जानें
भिलाई के एक प्रतिष्ठित पब्लिक स्कूल में 5 साल की एक बच्ची से कथित रूप से हुए दुष्कर्म के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सूबे की बीजेपी सरकार और दुर्ग एसपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दुर्ग एसपी पर पालकों को धमकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दुर्ग एसपी ही सबसे बड़े गुंडे हो गए हैं। भूपेश बघेल भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व CM ने कहा, “एसपी पालकों को धमका रहे हैं कि इसकी शिकायत की तो उनके खिलाफ FIR हो जाएगी। बच्चों को स्कूल से निकाले जाने की धमकी तक दी गई है। दुर्ग के एसपी ही सबसे बड़े गुंडे हो गए हैं। यौनाचार के मामले में कड़ी कार्रवाई तत्काल होनी चाहिए।”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “प्रदेश में ना जानवर, ना इंसान और ना बेटियां सुरक्षित हैं, छोटे-छोटे बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। बहुत प्रसिद्ध स्कूल है। वहां यौनाचार की शिकायत मिली है। एसपी धमकाते हैं कि अगर शिकायत करोगे तो देख लूंगा। मतलब सबसे बड़ा गुंडा अगर कोई है तो एसपी है। एसपी को मैं कहना चाहता हूं कि यहां बड़े-बड़े तुर्रम खान और बड़े-बड़े अधिकारी नेता का एप्रोच लेकर आए हैं। ये दुर्ग जिला है, इतिहास को पढ़ लें दुर्ग जिले का, बड़े-बड़े तुर्रम खान बोरिया बिस्तर बांध के चल दिए। ये दुर्ग है; आराम है तो भारत.. भड़क गया तो महाभारत।”
दुर्ग ज़िले के एक सुप्रसिद्ध स्कूल में एक बच्ची से यौनाचार हुआ है।
एसपी पालकों को धमका रहे हैं कि इसकी शिकायत की तो उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर हो जाएगी। बच्चों को स्कूल से निकाले जाने की धमकी तक दी गई है।
दुर्ग के एसपी ही सबसे बड़े गुंडे हो गए हैं।
यौनाचार के मामले में कड़ी… pic.twitter.com/E0P44wb1LU
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 24, 2024
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ये है मामला
आपको बता दें भिलाई स्थित एक प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल में 5 जुलाई को एक 5 साल की मासूम बच्ची के साथ कथित रुप से दुष्कर्म हुआ था। लेकिन इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई तो दूर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई। प्रबंधन स्कूल में ऐसी किसी घटना से इन्कार कर रहा है, जबकि घटना के दिन ड्यूटी पर तैनात एक कर्मचारी को हटा दिया गया था।
स्कूल के नाम से डर जाती है बच्ची
इस मामले में बच्चों के पालकों ने स्कूल का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया था। लेकिन बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई। खबर तो यह भी है कि घटना के बाद से पीड़ित बच्ची स्कूल के नाम से भी डरने लगी है। किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने से हताश परिजन अब इस प्रतिष्ठित स्कूल में अपनी बच्ची को पढ़ाना नहीं चााहते। परिजनों ने स्कूल से बच्ची की टीसी की लिखित में मांग भी की है लेकिन स्कूल प्रबंधन बच्ची की टीसी भी नहीं दे रहा है।
उधर दुर्ग पुलिस बच्ची के साथ ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है। दुर्ग एसपी का कहना था कि हमने मामले की जांच की है। सब के बयान भी लिए हैं, ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। बच्ची के परिजन इस मामले में आगे कार्रवाई नहीं चाहते।