• 29/11/2022

CG पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अंतर्राज्यीय गिरोह से 11 करोड़ के 40 ट्रक बरामद, लीज पर गाड़ी लेकर ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा

CG पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अंतर्राज्यीय गिरोह से 11 करोड़ के 40 ट्रक बरामद, लीज पर गाड़ी लेकर ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा

Follow us on Google News

छत्तीसगढ़ की राजधानी पुलिस ने ट्रक खऱीदी बिक्री में चल हे बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है। मामले में पुलिस ने अंतर्राज्यीय ट्रक चोर गिरोह के 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 11 करोड़ रुपये की 40 ट्रक के साथ ही साढ़े 7 लाख रुपये नगदी, कार, लैपटॉप और मोबाइल बरामद किया है।

इस अंतर्राज्यीय गिरोह का मास्टर माइंड पटना निवासी नागेन्द्र बताया जा रहा है। इस गिरोह ने अब तक 200 ट्रकों के जाली कागजात बनाकर बड़ी हेराफेरी की है।

पुलिस के मुताबिक यह गिरोह बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। गिरोह के द्वारा ट्रकों को लीज पर लिया जाता था। जिसके बाद विभिन्न राज्यों नागालैण्ड, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के आरटीओ एजेंटों के साथ मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाते थे। फिर बाद में ट्रक को काट-फिट व डेटिंग पेटिंग कर, चेचिस नम्बर बदलकर उन्हें बेच दिया जाता था।

ऐसे हुआ खुलासा

अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले अनुज कुमार सिंह ने खमतराई थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उन्होंने बिहार के पटना निवासी नागेन्द्र कुमार सिन्हा को अपना ट्रक 80 हजार रुपये महीने के किराए पर दिया था। 14 नवंबर को उनके पास बिलासपुर के रहने वाले शेख मकसूद का फोन आया, जिसमें उन्होंने बताया कि भनपुरी स्थित यार्ड के मालिक उपेन्द्र शर्मा ने एक ट्रक उन्हें बेचने के लिए दिखाया था। उनके द्वारा गाड़ी के पेपर्स मांगने पर यार्ड मालिक ने आनाकानी शुरु कर दी। जिससे उन्हें चोरी का ट्रक होने का संदेह हुआ। जिसके बाद शेख मकसूद ने चेचिस नंबर के आधार पर डिटेल निकालकर उनसे संपर्क किया। जब वे भनपुरी पहुंचे तो उन्हें अपनी गाड़ी का पूरा हुलिया बदला हुआ मिला। आरोपियों ने गाड़ी का डाला काटकर छोटा कर दिया था और डेंटिंग पेंटिंग करने के साथ ही उसका नंबर प्लेट भी बदल दिया गया था। उन्होंने गाड़ी के केबिन, पीछे का डाला और रेडियम इत्यादि देखकर अपनी गाड़ी की पहचान की।

जिसके बाद पुलिस की एंटी क्राइम और साइबर सेल ने मामले की जांच शुरु की तो फर्जीवाड़े के इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। मामले में पुलिस ने पहले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पुलिस ने 5 करोड़ 20 लाख की 20 ट्रक को बरामद किया था। मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की। जिसके बाद पुलिस ने 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भी पुलिस ने 5 करोड़ 45 लाख रुपये की 20 ट्रक सहित लीज एग्रीमेंट के कागजात सहित अन्य दस्तावेज बरामद किया।

ये हैं आरोपी 

पूर्व में गिरफ्तार आरोपी-  उपेन्द्र शर्मा, अशोक अग्रवाल, शाहाबुद्दीन अहमद काजी उर्फ सब्बू काजी उर्फ सोनू खान, राजेश यदु उर्फ ओमप्रकाश, नारायण दास रोहरा एवं सत्येन्द्र कुमार।

नागेन्द्र कुमार सिन्हा पिता स्व. इन्द्रज बहादुर सिन्हा उम्र 64 साल निवासी सोहगी गोड़, गोल्ड़न कड़ी रेस्टोरेंट के उपर पटना बिहार।

सिद्धांत कुमार सिंग पिता स्व. राजबीर सिंग उम्र 23 साल निवासी बंडोहपर थाना गौड़ीचक पटना बिहार।

चरणजीत सिंग पिता महेन्द्र सिंग उम्र 38 साल निवासी अशोक चौक राममनोहर लोहिया लाईब्रेरी के पास प्लाट नंबर 201 नागपुर महाराष्ट्र।

गिरीश कोटवानी पिता अनिल कोटवानी उम्र 22 साल निवासी आदर्श कालोनी हीराबाई प्लाट अकोला महाराष्ट्र।

अवनीन्द्र सिंह उर्फ मधुर पिता जे.पी.सिंह उम्र 45 साल निवासी प्रताप विला पुरानी बस्ती कोहका थाना सुपेला जिला दुर्ग।